ऑनलाइन घर तलाशने में सबसे आगे महिलाएं, रिपोर्ट में सामने आई जानकारी

ऑनलाइन घर ढूंढने में ंमहिलाओँ ने मारी बाजी
32 प्रतिशत किरायेदारों ने लोकलिटी चुनने के लिए दफ्तर से नजदीकी को महत्व दिया
84% किराएदार निरंतर पानी की आपूर्ति देखते हैं

<p>ऑनलाइन घर तलाशने में सबसे आगे महिलाएं, रिपोर्ट से आई जानकारी</p>
नई दिल्ली। आज के दौर में ढूंढने के लिए लोग ऑनलाइन पोर्टल्स को ज्यादा तवज्जों दे रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यहां भी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने बाजी मारी है। नोब्रोकर.कॉम के मुताबिक जब बात ऑनलाइन घर खोजने की आती है तो महिलाओं की कुल संख्या के संबंध में दिल्ली एनसीआर अन्य शहरों से बहुत आगे है। ज्यादातर महिलाओं का कहना है कि उनकी प्रॉपर्टी डीलर्स से मिलने इच्छा नहीं है और इस वजह से वह रियल एस्टेट पोर्टल्स के जरिये अपनी डील क्लोज करना चाहती हैं। इसी तरह का ट्रेंड दिल्ली में भी देखा गया है। कुल मिलाकर पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के साथ काम करने में असुविधा व्यक्त की है। गुड़गांव में यह ट्रेंड अधिक स्पष्ट था। अधिकांश किरायेदार आज ब्रोकरेज फ्री पोर्टल्स पसंद करते हैं। पुणे में सी2सी लेन-देन के लिए पोर्टल्स चुनने वालों की संख्या 82% थी। दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर में अभी भी प्रॉपर्टी ब्रोकर का बोलबाला है। प्रॉपर्टी एजेंट्स से मुक्त प्लेटफार्मों की अनुपस्थिति भी एक बड़ा कारण है। ज्यादा से ज्यादा लोग अब वास्तु-कम्प्लायंट घर पसंद करते हैं और इस ट्रेंड में तेजी देखी गई है। चेन्नई और बैंगलोर के 31 प्रतिशत निवासियों में वास्तु कम्प्लायंट घरों की चाहत देखी गई है। अन्य शहरों की तुलना में सबसे ज्यादा। गुड़गांव में 11 प्रतिशत की रफ्तार से किराया बढ़ा है। चेन्नई और बैंगलोर जैसे अन्य शहरों में क्रमशः 15% और 14% किराया बढ़ा है जबकि मुंबई में किराया बढ़ने की दर 18% के करीब और पुणे में 7% है।
ये भी पढ़ें: अमरीका जाने वालों के लिए बुरी खबर, डोनाल्ड ट्रंप ने रखा H1B वीजा का आवेदन शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव

लोकलिटी चुनने के कारक
● दिल्ली-एनसीआर के 32 प्रतिशत किरायेदारों ने लोकलिटी चुनने के लिए दफ्तर से नजदीकी को महत्व दिया

● दिल्ली-एनसीआर के 88% किरायेदार लोकलिटी चुनने में अपने आसपास के इलाकों को महत्व देते हैं

● दिल्ली-एनसीआर के 31% किरायेदारों ने लोकलिटी चुनने में शॉपिंग इलाकों के पास होने को महत्व दिया

● दिल्ली-एनसीआर के 40% किरायेदारों ने लोकलिटी चुनने में स्कूलों से नजदीकी को महत्व दिया

दिल्ली एनसीआर की नई पीढ़ी के 59% सदस्य संपत्ति की तलाश में दलाली मुक्त प्लेटफार्म पसंद करते हैं। दिल्ली एनसीआर के 31% लोग वास्तु-कम्प्लायंट घर पसंद करते हैं, जबकि 69% लोग ऐसा नहीं करते है। धीरे-धीरे घर की ऑनलाइन खोज बढ़ रही है और उपभोक्ता बिना किसी मानवीय इंटरफ़ेस के लेन-देन कर रहा है। इससे उपभोक्ताओं को ब्रोकर सेवा औचित्यहीन लगने लगी है। यह पूछे जाने पर कि ‘क्या आपको घर किराए पर देने में ब्रोकर की सेवाएं महत्वपूर्ण लगती है?’ – दिल्ली / एनसीआर के 47% लोगों ने कहा ‘हां’।
ये भी पढ़ें: दुनियाभर के बाजारों में गिरावट ने बिगाड़ी शेयर बाजार की चाल, लाल निशान पर सेंसेक्स-निफ्टी

किरायेदार तलाशते हैं ये सुविधाएं

● दिल्ली में 84% किराएदार निरंतर पानी की आपूर्ति देखते हैं

● दिल्ली में 78% किरायेदार सुरक्षित इलाके की तलाश करते हैं

● दिल्ली में 71% किरायेदार पार्किंग क्षेत्रों की तलाश करते हैं

● दिल्ली में 48% किराएदार अपने आवास पर लिफ्ट की तलाश करते हैं

● दिल्ली में 36% किरायेदार अपने इलाके में जिम की तलाश करते हैं

● दिल्ली में 37% किरायेदार स्विमिंग पूल की तलाश करते हैं

यह पूछे जाने पर कि क्या वे अपने लिए घर खरीद रहे हैं या निवेश के उद्देश्य से, दिल्ली एनसीआर में 88% स्वयं के लिए खरीदना चाहते हैं और 12% निवेश के लिए अधिकांश उपभोक्ता पहली बार के खरीदार हैं।
business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार,फाइनेंस,इंडस्‍ट्री,अर्थव्‍यवस्‍था,कॉर्पोरेट,म्‍युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.