बता दे शहर में 14 अक्टूबर को मोहन नगर क्षेत्र में पगारिया प्लास्टिक के गोडाउन में अग्निकांड हुआ था। उस समय क्षेत्रीय युवकों सहित अन्य ने काफी मदद की थी, लेकिन १५ दमकल आग पर काबूू पाने में लग गई थी। इसके बाद पुलिस से लेकर नगर निगम पूरे मामले की जांच कर रही है। नगर निगम ने तो उपयंत्रियों का एक दल ही रहवासी क्षेत्र में प्लास्टिक गोडाउन से लेकर ज्वलनशील प्रदार्थ की जानकारी के बना दिया। इन सब के बीच एक बार फिर से आग बुधवार सुबह लग गई।
कई गोडाउन है इस क्षेत्र में
प्रकाश ट्रेडर्स के गोडाउन के अलावा इस क्षेत्र में प्लास्टिक पाइप के अन्य कई गोडाउन है। इसके अलावा कारोबारी सड़क पर ही अपना सामान रखकर कारोबार करते है। नगर निगम का अमला अब तक यहां जांच के लिए नहीं पहुंचा है।
प्रकाश ट्रेडर्स के गोडाउन के अलावा इस क्षेत्र में प्लास्टिक पाइप के अन्य कई गोडाउन है। इसके अलावा कारोबारी सड़क पर ही अपना सामान रखकर कारोबार करते है। नगर निगम का अमला अब तक यहां जांच के लिए नहीं पहुंचा है।
इस तरह पाया काबू
नगर निगम के कर्मचारी दशरथ के अनुसार जब वे दमकल लेकर आए तो देखा गोडाउन के गेट पर आग की लपटे थी। इसके बाद ताबड़तोड़ दमकल में लगे वॉल को खोलकर आग पर काबू पाया गया। अगर समय रहते नगर निगम की दमकल नहीं पहुंचती तो बड़ी दुर्घटना को रहवासी क्षेत्र में होने से कोई नहीं रोक सकता था।
नगर निगम के कर्मचारी दशरथ के अनुसार जब वे दमकल लेकर आए तो देखा गोडाउन के गेट पर आग की लपटे थी। इसके बाद ताबड़तोड़ दमकल में लगे वॉल को खोलकर आग पर काबू पाया गया। अगर समय रहते नगर निगम की दमकल नहीं पहुंचती तो बड़ी दुर्घटना को रहवासी क्षेत्र में होने से कोई नहीं रोक सकता था।
आग लगी यह सही है, लेकिन इसमे हमारी नहीं, नगर निगम कर्मचारियों की गलती है। उनके कर्मचारी कचरा सडक पर जलाते है। बाजार में तो तेज के ड्रम पड़े रहते है। इस प्रकार से तो यह कर्मचारी शहर में कही भी बड़ा अग्निकांड करवा देंगे।
– अभिषेक कोठारी, संचालक प्रकाश ट्रेडर्स