कलेक्टर ने बैठक में पूरक पोषण आहार वितरण में प्रगति कमजोर पाए जाने पर जिले के चार परियोजना अधिकारियों को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए । परफॉर्मेंस सुधार नहीं किए जाने पर वेतन भी रोका जाएगा। बैठक में कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास रजनीश सिन्हा, जिला बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष सुधीर निगम, सदस्य सुमित्रा आवतानी, सहायक संचालक अंकिता पंड्या, जिला विधिक सहायता अधिकारी पूनम तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा, नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झरिया, डीएसपी महिला प्रकोष्ठ शीला सुराणा, प्राचार्य अग्रणी कॉलेज डॉ. संजय वाते भी उपस्थित थे।
गर्भवती महिलाओं की उचित देखभाल करें कलेक्टर द्वारा की गई समीक्षा में रतलाम शहर क्रमांक दो ,पिपलोदा, जावरा ग्रामीण तथा आलोट परियोजना क्षेत्रों में पूरक पोषण आहार का वितरण प्रतिशत अत्याधिक कम पाए जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित सीडीपीओ को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि विभाग गर्भवती महिलाओं की उचित देखभाल पर अपना फोकस करें। महिला की गर्भावस्था के प्रारंभ से ही यह ध्यान दिया जाए कि उसको उचित आहार तथा आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई जाए इससे बच्चा कुपोषित नहीं होगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि महिलाओं तथा युवतियों को कौशल संवर्धन उन्नयन प्रशिक्षण देने के साथ ही उनके रोजगार की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाना चाहिए, मात्र प्रशिक्षण देने से काम नहीं चलेगा। उनको प्लेसमेंट भी दिलवाया जाए। लाडली लक्ष्मी ,पीएम मातृ वंदना योजना की भी समीक्षा की गई।