रक्षक निकले भक्षक : अस्पताल के डॉक्टर ही कर रहे थे रेमडेसीवीर इंजेक्शन की काला बाजारी, पुलिस ने रंगे हाथों दबोचा

जीवांश अस्पताल में कार्यरत आरोपी डॉक्टर उत्सव नायक ने एक ग्राहक को 35 हजार प्रति इंजेक्शन के हिसाब से 3 इंजेक्शन देने का सौदा किया था। ग्राहक को इंजेक्शन बेचते समय पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।

<p>रक्षक निकले भक्षक : अस्पताल के डॉक्टर ही कर रहे थे रेमडेसीवीर इंजेक्शन की काला बाजारी, पुलिस ने रंगे हाथों दबोचा</p>

रतलाम/ मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों को लगने वाले जीवन रक्षक इंजेक्शन को लेकर भले ही सरकार तमाम वादे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। सरकार के दावे के मुताबिक, जरूरतमंद मरीज तक रेमडेसिविर इंजेक्शन पहुंचाने के लिये सरकार द्वारा कई तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं। बावजूद इसके इंजेक्शन की कालाबाजारी थमने का नाम ही नही ले रही। कभी भोपा, तो कभी इंदौर, कभी उज्जैन तो कभी ग्वालियर आए दिन इन शहरों में रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले धराए जा रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, मध्य प्रदेश के रतलाम से, हैरानी की बात ये है कि, यहां और कोई नहीं बल्कि खुद अस्पताल के डॉक्टर ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे थे। फिलहाल, पुलिस ने जाल बिछाकर दो आरोपी चिकितसकों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

 

पढ़ें ये खास खबर- सेना ने संभाला मोर्चा : सिर्फ 48 घंटों में जवानों ने MP का पहला 150 बेड वाला कोविड सेंटर बनाया, आज से इलाज शुरु


पुलिस गिरफ्त में दोनों डॉक्टर

तीन इंजेक्शनों में से पहले इंजेक्शन की डिलीवरी देने से पहले डॉक्टर उत्सव नायक ने ग्राहक को जीवांश हॉस्पिटल के पास बुलाया। इस दौरान पुलिस द्वारा आरोपी चिकित्सक को घेराबंदी कर दबोच लिया गया। पूछताछ में डॉ उत्सव नायक ने बताया कि उसके सीनियर डॉ यशपालसिंह राठौर के कहने पर ग्राहक को इंजेक्शन डिलीवरी देने गया था। फिलहाल, पुलिस द्वारा जीवांश अस्पताल के दोनो डॉक्टरों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरु कर दी गई है।

 

पढ़ें ये खास खबर- सिर्फ भदभदा पर अब तक की सर्वाधिक 118 अंत्येष्टि! कोरोना प्रोटोकॉल से 100 शवों का अंतिम संस्कार, 18 सामान्य


पुलिस को बड़े स्कैंडल की उम्मीद

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पकड़ जाने वाली घटना से पहले भी कई ग्राहकों को इंजेक्शन बेचने की बात कबूल की है। वहीं, पूछताछ में दोनो डॉक्टरों को प्रणव जोशी नामक युवक का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि, मंदसौर निवासी ये शख्स रतलाम के एक मेडिकल स्टोर से जुड़ा हुआ है। आरोपी प्रणव जोशी और दोनों चिकित्सकों के बीच हर रेमडेसिविर इंजेकशन के बदले 25 हजार रुपये दना अनिवार्य होगा। वहीं, पुलिस को डॉ.यशपाल सिंह राठौर के मोबाइल से प्रणव जोशी की व्हाट्सएप चैटिंग मिली है, जिसमे अच्छी खासी मात्रा में रुपयों के लेन देन का जिक्र किया गया है।

अस्पताल के गेट पर महिला ने तड़पते हुए तोड़ा दम – video

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.