फर्जी फाइनेंस कंपनी पर छापा, 32 लाख रुपए नकद बरामद

– सुपारी देकर हत्या का षड्यंत्र रचने वाले ब्याजखोर गिरोह का पर्दाफास- पुलिस ने जब्त की राशि, प्रिंटर और मोबाइल फोन – 31 मार्च तक आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेजा

रतलाम. सुपारी देकर हत्या का षड्यंत्र रचने वाले सूदखोर गिरोह से के सरगना दीपू टांक और उसके साथियों के ठिकानों पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में नकदी बरामद किया है। पुलिस ने इन आरोपियों से ब्लैंक चेक, प्रिंटर, मोबाइल फोन सहित अन्य सामग्री भी जब्त की है। आरोपियों से बरामद हुई इन वस्तुओं के आधार पर पुलिस ने कोर्ट से इनकी पुलिस रिमांड दोबारा मांगी। कोर्ट ने सभी छह आरोपियों को 31 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस की पूछताछ में कई और राज सामने आने की संभावना है। आरोपी ब्याज की राशि वसूलने के बाद बैंक में जमा करने की बजाय नकद ही अपने पास रखते थे और इस राशि को किसी दूसरे को देकर नया ब्याज शुरू कर देते थे। माना जा रहा है कि यह राशि एक माह के ब्याज के रूप में ही इन लोगों ने वसूली थी। पिछले कई सालों से ये इस तरह का धंधा कर रहे थे। सारी राशि अब तक पता नहीं लग पाई है।
अब तक पुलिस के पास पहुंचे 14 लोग
सरगना दीपू टांक और उसके साथियों के खिलाफ पंजीबद्ध अपराधों में अब तक पुलिस के संपर्क में 14 अन्य लोग आ चुके हैं जो इस सूदखोर गैंग के शिकार थे। इन लोगों को भी पुलिस ने अपनी विवेचना में शामिल कर लिया है। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया आरोपियों के कार्यालय से बरामद की गई १४८ लोगों की सूची में शामिल अन्य व्यक्तियों से भी पुलिस लगातार संपर्क करके उन्हें विवेचना में शामिल करने का प्रयास कर रही है।
बकायदा कार्यालय था दीपू टांक का
दीपक उर्फ दीपू टांक ने बालाजी फाइनेंस नाम से एक कंपनी आईसीआईसी बैंक के ऊपर लोकेन्द्र टाकीज़ के सामने खोली है, जिसका आफीस बिलकुल बैंक जैसा कर रखा है। आफिस में कई लोगों को इस कार्य के लिए रखा हुआ था। ये लोग उधार लेने वाले हर व्यक्ति का पूरा रिकार्ड आफिस के लेपटाप व रजिस्टर में रखते है। ऑफिस व अन्य ठिकानों पर दबिश देकर आरोपी के कब्जे से 2 लैपटाप, प्रिंटर, पेन ड्राइव व व्याज राशि का हिसाब जब्त कर लिया है।
ऐसे करते थे ब्याज की वसूली
– आरोपी जिस व्यक्ति को पैसे उधर के रूप में दिया करते थे उनसे मोटा व्याज प्रति माह वसूलते थे। लोन देने के नाम पर लोगो से हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक, आधार कार्ड, पैन कार्ड जमीन के दस्तावेज, रजिस्ट्री जैसे दस्तावेज़ अपने पास रख लेते थे।
– आरोपी लोगों को निरंतर डराते-धमकाते रहते थे जिस भय के कारण पैसे उधार लेने वाला व्यक्ति किसी भी प्रकार से पुलिस या अन्य सहायता प्राप्त करने से कतराता था ।
– जब्त रिकॉर्ड के अवलोकन पर ज्ञात हुआ की आरोपीा यह धन्दा पिछले कई वर्षों से कर रहे हैं। बड़ी मात्र में लोगों को पैसे देकर अपना शिकार बनाया है व उनके अवैध व्याज वसूल किया गया है।
– एक दिन में 48 हज़ार से लेकर 3 लाख रुपए तक के व्याज की वसूली आरोपी करते थे। पिछले 21 दिनों में 26 लाख रुपए का व्याज आरोपी वसूल चुके थे।
इन आरोपियों से बरामद हुई यह राशि
– आरोपी दीपक उर्फ दीपू टांक की निशानदेही से आरोपी के कार्यालय से 20 लाख रुपए नगद।
– आरोपी अविनाश टांककी निशानदेही से आरोपी के कार्यालय से पांच लाख रुपए नगद।
– इंद्रपाल झाला से 1 लाख 29 हज़ार 900 रुपए नगद व ऑफिस में उपयोग किए जाने वाला एक मोबाइल फोन।
– आरोपी नागेश्वर से सेक्यूरिटी के रूप मे रखा गया एसबीआई एक ब्लैंक चेक व 1 लाख रुपए नगद।
– आरोपी छोटू से व्याज की लेनदारी से संबन्धित सूची व 2 लाख रुपए नगद।
– आरोपी अर्जुन टांक से एक ब्लेंक चेक व 2 लाख रुपए नगद।
गिरफ्तार आरोपी
– दीपक उर्फ दीपू टांक निवासी दीनदयाल नगर रतलाम
– अविनाश उर्फ चिंटू टांक निवासी दीनदयाल नगर रतलाम
– छोटू उर्फ श्री कान्त जोशी निवासी दीन दयाल नगर रतलाम
– अर्जुन टाँक टाँक निवासी शिवगढ़ जिला रतलाम
– नागेश्वर उर्फ चयन राव निवासी सैफी नगर रतलाम
– इंद्रपाल सिंग झाला निवासी प्रताप नगर रतलाम
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