मतदाता सूची से नाम हटाने व बढ़ाने के नाम पर लाखों कमाने वाले 2 गिरफ्तार

वोटर लिस्ट में गड़बड़ी कर अनुचित लाभ प्राप्त करने में दो गिरफ्तार। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा। लोगों ने वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने की शिकायत डीएम से की थी।

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
रामपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में बढ़ाने एवं घटाने का खेल हर बार चुनाव में होता है। इस बार भी हुआ, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एक बीआरसी समेत दो युवाओं को उनके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट उन्हें 14 दिन की न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पकड़े गए लोगों में एक शिक्षा विभाग का वीआरसी है तो वहीं दूसरा डाटा फीडिंग करने वाली संस्था का स्वामी है। दरअसल, राजस्व विभाग के अतर सिंह जोकि वर्तमान में रजिस्ट्रार कानूगों तहसील स्वार हैं ने पुलिस सूचना दी कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2021 में वेंडर मैसर्स शान्ति कम्प्यूटर रामपुर को डाटा फिडिंग का कार्य मिला था। उक्त संस्था के प्रबंधक आर.पी सिंह व बी.आर.सी आपरेटर तहसील स्वार कुलदीप सिंह द्वारा तहसील स्वार क्षेत्र के कुछ ग्राम वासियों का वोटर लिस्ट में से फर्जी तरीके से अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए नामों को घटाया गया है।
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इस सम्बंध में वादी श्री अतर सिंह वर्तमान रजिस्ट्रार कानूगों तहसील स्वार, रामपुर द्वारा दी गयी तहरीरी सूचना के आधार पर थाना स्वार, रामपुर पर मु0अ0सं0-155/21 धारा 420, 467, 468 भादवि बनाम वेंडर मैसर्स शान्ति कम्प्यूटर रामपुर के प्रबंधक आर.पी सिंह व वी.आर.सी आपरेटर तहसील स्वार कुलदीप सिंह के विरूद्ध पंजीकृत किया गया है। थाना स्वार, रामपुर पुलिस द्वारा दोनों अभियुक्तगण को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने दोनो को जिला जेल भेज दिया।
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दोनो युवाओं के जेल जाने से एक तरफ जहां जिले के अफसरों ने राहत की सांस ली तो वहीं उन लोगों में खुशी की लहर है जिनके वोट बिना किसी कारण काट दिए गए। सबसे ज्यादा गड़बड़ी स्वार के बिजड़ा गाँव की है। जहां पर प्रधान पद उम्मीदवार समेत बीडीसी मेम्बर के अलावा 84 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब कर दिए गए। जिसको लेकर उन्होंने एक दिन शाम 6 बजे से रात्रि दस बजे तक डीएम आफिस के सामने प्रदर्शन किया। अफसरों ने भरोसा दिया था। जिसके बाद उक्त आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया।
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