यह भी पढ़ें- 1990 में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रामभक्त इरफान, बोले- आज मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी का दिन दरअसल, अनवर मसूदसांसद आजम खां के बेहद विश्वासपात्र थे, लेकिन अचानक से दोनों के बीच कोई ऐसी खटास पैदा हुई कि वह सपा से खुद ब खुद अलग हो गए। उन्होंने दूसरी पार्टी भी ज्वाइन की, लेकिन उस पार्टी में कोई काम नही किया। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में सांसद आजम खां जब चुनाव लड़ रहे थे तो अनवर मसूद के घर भी गए थे। जिससे वह काफी खुश हुए थे। इससे पहले अनवर आजम खां से कुछ बोलते आजम खान ने कहा कोई नहीं आप हमारे हैं, आप पार्टी के लिए काम करिये पिछले चुनाव में काफी मेहनत की थी। आज हालात ऐसे हो गए कि अब उनके नेता आजम खान उन्हें अंतिम विदाई देने भी नहीं आ सकते हैं।
बता दें किअनवर मसूद गरीब बेसहारा लोगों की काफी सेवा करते थे। वह नगर के मोहल्लों में आंखों के कैम्प लगवाकर लोगों की आंखें चेक करवाते थे और उन्हें फ्री में चश्मा उपलब्ध कराते थे। फ्री में ऑपरेशन भी कराते थे। गरीब-बेसहारा बेटियों की शादी में काफी धन आदि भी उपलब्ध करवाकर उनकी शादी भी करवाते थे। उनके अचानक निधन से पूरे नगर में मातम पसर गया है।
बता दें कि जिले में सपा के सितारे गर्दिश में इन दिनों गर्दिश में हैं। सांसद आजम खां पर लगे आरोपों को लेकर खुद आजम खान अपनी पत्नी बेटे संग सीतापुर की जिला जेल में बंद है। इसके अलावा उनके पर्सनल मीडिया प्रभारी रामपुर की जिला जेल में बंद है आज जो उनके पुराने मीडिया प्रभारी थे उनकी हार्टअटैक से मौत हो गई, कोरोना काल में आजम खान की रिहाई को लेकर सपा कोई आंदोलन भी नही कर पा रही है, इन दौरान आजम खान को कोई भला करेगा तो ऊपर ईश्वर ओर नीचे वोह अदालतें जिसमें स्वयं आजम खां,उनके बेटे और पत्नि का केस चल रहा है।