जानिए क्या है पूरा मामला बुजुर्ग ने 18 अगस्त 2020 को थाना सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में अपने बेटे के हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एक तहरीर पुलिस दी थी। पुलिस ने इस मामले में एनसीआर दर्ज करके अपना पल्ला झाड़ लिया।
बुजुर्ग का आरोप है कि उनके बेटे पर मोहल्ले के दो युवकों ने घर में घुसकर चाकू से हमला किया था । बुजुर्ग का ये दर्द है कि उसने अपने बेटे के इलाज में घर बेचकर पैसा लगा दिया बाबजूद बेटा ठीक नहीं है। उधर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। आरोप यह भी है कि पुलिस आरोपियों के घर जाकर चाय नाश्ता करती है।
बुजुर्ग अपनी पत्नी बेटे और घायल बेटी को लेकर शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा। बुजुर्ग के हाथ में प्लास्टिक की एक बोतल में डीजल था। किसी को इस बात की भनक नहीं थी उसके हाथ में आत्मदाह करने के लिए डीजल होगा हर कोई यही समझ रहा था कि पीने के लिए पानी होगा लेकिन बुजुर्ग के हाथ में आत्मदाह करने के लिए डीजल था और जैसे ही उसने आत्मदाह करने की कोशिश की तो मौके पर अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि वहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग को रोक लिया।
बुजुर्ग का परिवार पहले अनशन पर बैठा पुलिस वाले भी वहां पर पहुंचे पुलिस के लोगों को खरी-खरी बुजुर्ग और उसका बेटा उसकी पत्नी सुना रही थी और पुलिस भी खरी खोटी बातें सुनकर उनसे कह रही थी कि आप घर जाइए हम बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई करेंगे लेकिन चौकी बुजुर्ग का परिवार पुलिस के आश्वासन से संतुष्ट नहीं था। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट ने बुजुर्ग और उनके परिवार को समझा-बुझाकर शांत किया।