दरअसल राकेश टिकैत ( Rakesh Tikait Kisan Neta ) रामपुर पहुंचे थे। यहां उन्हाेंने कहा कि सरकार सुन नहीं रही है। हर चीज मेंहगी होती जा रही है। खेती की लागत बढ़ती जा रही है। किसान की उपज का लाभ किसान को नहीं मिल रहा। सात माह बीत गए इस आंदोलन को सरकार मान नहीं रही। अब सरकार को स्पष्ट बताना होगा कि वह किसानों की बात मानेगी या नहीं। टिकैत ने साफ शब्दों में कहा कि किसान वापस जाने वाला नहीं है । उन्हाेंने कहा कि सरकार काे किसानाें ने दाे माह का समय दिया है। पांच सितम्बर को बड़ी पंचायत बुलाई है । फिर किसान खुद अपना निर्णय करेंगे।