Holi 2020: होली पर चप्पे-चप्पे पर रहेगी निगरानी, पुलिसकर्मियों की छुट्टियों पर भी लगी रोक
अकेले पहुंचे थे पेशी पर
सांसद आजम खां को गुरुवार को पेशी पर सीतापुर से रामपुर लाया गया था। गुरुवार को वह पेशी पर अकेले आए थे, उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और पुत्र अब्दुल्ला आजम की पेशी नहीं थे। पुलिस आजम खां को सीतापुर से अकेले ही लेकर आई थी। पेशी की औपचारिता पूरी करने के बाद आजम खां ने कोर्ट से गुजारिश की कि वह कुछ कहना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने अपनी बात कही। बोले कोर्ट के आदेश के बाद भी पुलिस रास्ते में लंच तक नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि मैं नौ बार का विधायक, चार बार का मंत्री, एक बार का राज्यसभा सदस्य और वर्तमान में लोकसभा का सदस्य हूं।
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बताई अपनी तकलीफ
आजम खां यूनिवर्सिटी और स्कूल खोलने से लेकर उसके फीस स्ट्रक्चर तक की जानकारी दी। कहा कि मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया है, कमजोर लोगों की मदद करने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी बताया कि मैं वकील भी हूं और डेढ़ साल तक रामपुर कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है। कोर्ट को उन्होंने पुलिस के व्यवहार के बारे में अवगत कराया। कहा कि सीतापुर से रामपुर के छह घंटे के सफर के बीच पुलिस टॉयलेट तक नहीं करने दे रही है।
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कोर्ट लेगी निर्णय
शासकीय अधिवक्ता अजय तिवारी ने बताया कि सांसद आजम खां ने पुलिस के व्यवहार के बारे में कोर्ट को अवगत कराया है। जिस पर कोर्ट निर्णय लेगी।