योग के ‘संयोग’ में पात्रता का ‘दुर्योग’

प्रशिक्षक बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए पंचायत समिति की बाध्यता बनी रोड़ा, प्रदेश के 430 आयुर्वेद औषधालयों में पार्ट टाईम लेगेंगे योग प्रशिक्षक

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आईडाणा. आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष मंत्रालय की ओर से राज्य के आयुर्वेद विभाग के अधीन 430 आयुर्वेद औषधालयों को आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र के रूप में संचालित किया जाएगा। हरेक केन्द्र पर एक योग प्रशिक्षक पुरुष एवं एक महिला को नियुक्त किया जाएगा, लेकिन नियमों की बाधाएं युवाओं को परेशान कर सकती हैं।
यह पद पूर्णतया पार्टटाइम मानदेय सेवा के आधार पर एक वर्ष के लिए अथवा योजना लागू रहने तक मान्य रहेगा। पात्र अभ्यर्थियों से 25 मार्च तक ऑफ लाइन आवेदन-पत्र भी मांग लिए गए हैं। रोड़ा यह है कि योग प्रशिक्षक के लिए स्थानीय पंचायत समिति का निवासी ही आवेदन कर सकेगा। यह शर्त अभ्यर्थियों को परेशान कर रही है। उनका कहना है कि पात्रों को मौका नहीं मिल पाएगा। पंचायत समिति में एक भी पात्र व्यक्ति नहीं होने पर वहां के निवासियों को योग प्रशिक्षक की सेवा उपलब्ध नहीं हो पाएगी। ऐसे में योजना का उद्देश्य सफल होने पर संदेह हो सकता है।
ये है पात्रता की शर्त
आवेदक जिस पंचायत समिति का स्थाई निवासी है, उस पंचायत समिति में स्थित आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र के लिए ही आवेदन कर सकता है। अन्य पंचायत समिति के निवासी आवेदन करने के पात्र नहीं है। एक अभ्यर्थी द्वारा अपनी पंचायत समिति में एक से अधिक आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र होने पर एकाधिक आवेदन कर सकता है। इनमें भी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र के गांव, पंचायत, सीमावर्ती पंचायत एवं पंचायत समिति के निवासी को वरीयता मिलेगी।
इनका कहना है…
मैंने योग में अधिस्नातक की डिग्री कर रखी है। योग में 10 वर्ष का अनुभव है। राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी भी रहा हूं, लेकिन मेरी पंचायत समिति में एक भी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र शुरू नहीं किया जा रहा है। पंचायत समिति की बाध्यता के कारण पात्रता होने पर भी सेवा का मौका नहीं मिल पाएगा। ऐसे में पंचायत समिति की बाध्यता को हटाकर निकटतम पात्र अभ्यर्थी को लेने का प्रावधान करना चाहिए।
विष्णु सिंह भाटी, योग प्रशिक्षक
मैंने योग में अधिस्नातक की डिग्री कर रखी है। पंचायत समिति के स्थान पर जिला स्तर के अभ्यर्थियों को मौका देना चाहिए।
अर्पणा दाधीच, योग प्रशिक्षक, राजसमंद

योग आज जन-जन तक पहुंच गया है। ऐसे में उच्च योग्यता एवं प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों द्वारा इस क्षेत्र में अच्छा कार्य किया जाएगा। ऐसे में पंचायत समिति निवासी की पात्रता को हटाना चाहिए।
सत्यनारायण शर्मा, जिलाध्यक्ष, योग संघर्ष समिति, राजसमंद
योग के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए प्रत्येक गांव स्तर पर वर्तमान में आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र खोले जाने की जरूरत है। इससे रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। योग से लोगों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को भी लाभ होगा।
लक्ष्मण सिंह खोखावत, जिलाध्यक्ष, पतंजलि युवा भारत, राजसमंद

राजसमंद में 10 वेलनेस सेंटर खुलेंगे
राजसमंद. राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत आयुष्मान भारत योजना में राजसमंद के 10 आयुर्वेद औषधालय आयुष एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में क्रमोन्नत हो गए हैं। इन पर पुरुष एवं महिला योग प्रशिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चयनित अभ्यर्थियों को फिक्स मानदेय मिलेगा तथा मिशन के अग्रिम आदेशानुसार सेवाएं निरंतर रहेंगी।
जिले में ये केन्द्र चयनित
औषधालय मजा, पीपरड़ा, राज्यावास, तासोल, नमाना, सेमा, बिनोता, खरनोटा, कुकरखेड़ा व गोदाजी को पहले चरण में चुना गया है।

ये होंगी गतिविधियां
प्रतिदिन प्रात: 1 घंटे चयनित सेंटर, स्कूल या सामुदायिक स्थल पर योग कक्षाएं लेंनी होगी। प्रतिमाह कम से कम 2 घंटे का आयुष योग संबंधित जागरूकता अभियान या शिविर आयोजन करना होगा।
यह है उद्देश्य
योग का व्यापक प्रसार करना, ग्रामीण स्वास्थ्य के प्रति सचेत करना, ग्रामीणों का योग के प्रति आकर्षण बढ़ाना, योग प्राणायाम के प्रति युवा पीढ़ी का आकर्षण बढ़ाना, पंचायत समिति के योग्य युवाओं को रोजगार के अवसर देना।
कोई भी अभ्यर्थी इसके लिए नि:शुल्क फॉर्म कार्यालय उपनिदेशक, आयुर्वेद विभाग, राजसमन्द से कार्यालय समय में प्राप्त कर सकता है। अधिकाधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
डॉ. वीरेंद्र कुमार महात्मा, उप निदेशक, आयुर्वेद विभाग
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