दो माह में पूरा हो जाएगा वैक्सीनेशन
कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत जिले के हर व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचने में करीब दो माह लगेंगे। यह समय टीकाकरण के लिए व्यक्ति की उपलब्धता पर भी निर्भर करेगा। टीकाकरण के लिए पहुंचने में देरी होने पर अतिरिक्त चरण लागू करना पड़ सकता है।
कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत जिले के हर व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचने में करीब दो माह लगेंगे। यह समय टीकाकरण के लिए व्यक्ति की उपलब्धता पर भी निर्भर करेगा। टीकाकरण के लिए पहुंचने में देरी होने पर अतिरिक्त चरण लागू करना पड़ सकता है।
घर-घर नहीं जाएगी टीम
चिकित्सा विभाग का दावा है कि उनके पास कोरोना वैक्सीन के लिए पूरी कोल्ड चेन बनी हुई है। पर्याप्त आइसबॉक्स उपलब्ध हैं, लेकिन घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करना मुमकिन नहीं होगा। यह वैक्सीन के लिए जरूरी तापमान, उसकी गुणवत्ता बनाए रखने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। विभाग शिविर लगाएगा। एक निश्चित छायादार स्थान पर ही टीकाकरण होगा।
चिकित्सा विभाग का दावा है कि उनके पास कोरोना वैक्सीन के लिए पूरी कोल्ड चेन बनी हुई है। पर्याप्त आइसबॉक्स उपलब्ध हैं, लेकिन घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करना मुमकिन नहीं होगा। यह वैक्सीन के लिए जरूरी तापमान, उसकी गुणवत्ता बनाए रखने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। विभाग शिविर लगाएगा। एक निश्चित छायादार स्थान पर ही टीकाकरण होगा।
इतना स्टॉफ लगेगा अभियान में
वैक्सीनेशन जिला स्तर पर सीएमएचओ और आरसीएचओ की देखरेख में अधीनस्थ मेडिकल ऑफिसर, नर्सिंग स्टॉफ और एएनएम-आशाएं पूरा करेंगी। हरेक पीएचसी स्तर पर पर कोल्ड चेन मेंटेन होती है। जिले में 206 एएनएम हैं, जिन पर मुख्य दारोमदार रहेगा। जरूरत पडऩे पर मेलनर्स को भी फील्ड में उतारा जा सकता है। अगर एक कार्मिक एक दिन में अधिकतम डेढ़ सौ वैक्सीन लगाता है, तो कुल 30900 टीके लगेंगे। 30 दिन में नौ लाख 27 हजार वैक्सीन लग सकती है।
वैक्सीनेशन जिला स्तर पर सीएमएचओ और आरसीएचओ की देखरेख में अधीनस्थ मेडिकल ऑफिसर, नर्सिंग स्टॉफ और एएनएम-आशाएं पूरा करेंगी। हरेक पीएचसी स्तर पर पर कोल्ड चेन मेंटेन होती है। जिले में 206 एएनएम हैं, जिन पर मुख्य दारोमदार रहेगा। जरूरत पडऩे पर मेलनर्स को भी फील्ड में उतारा जा सकता है। अगर एक कार्मिक एक दिन में अधिकतम डेढ़ सौ वैक्सीन लगाता है, तो कुल 30900 टीके लगेंगे। 30 दिन में नौ लाख 27 हजार वैक्सीन लग सकती है।
—टीकाकरण के दृष्टिकोण से—
11.50 लाख की अनुमानित आबादी है राजसमंद जिले की
30 प्रतिशत महिलाएं हैं कुल आबादी के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में
15 प्रतिशत बच्चे हैं, जो 10 साल से छोटी उम्र के हैं
1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी, होमगार्ड व अन्य सुरक्षाकर्मी हैं सरकारी व्यवस्था में
2000 मेडिकल स्टॉफ के लोग जिलेभर के चिकित्सा संस्थानों में
37 दिन लगेंगे पूरे जिले में टीकाकरण करने में उपलब्ध मानव संसाधन के हिसाब से
11.50 लाख की अनुमानित आबादी है राजसमंद जिले की
30 प्रतिशत महिलाएं हैं कुल आबादी के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में
15 प्रतिशत बच्चे हैं, जो 10 साल से छोटी उम्र के हैं
1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी, होमगार्ड व अन्य सुरक्षाकर्मी हैं सरकारी व्यवस्था में
2000 मेडिकल स्टॉफ के लोग जिलेभर के चिकित्सा संस्थानों में
37 दिन लगेंगे पूरे जिले में टीकाकरण करने में उपलब्ध मानव संसाधन के हिसाब से