गहलोत ने करवाया सुबह का नाश्ता, आंजना के घर भोज

राजसमंद से 250 कार्यकर्ता और नेता पहुंचे जयपुर, 2 बसों और 30 कारों से ले जाया गया कार्यकर्ताओं को

<p>गहलोत ने करवाया सुबह का नाश्ता, आंजना के घर भोज</p>
राजसमंद. उपचुनाव की घोषणा से चंद घंटे पहले ही राजसमंद विधानसभा क्षेत्र के करीब 250 कार्यकर्ता जयपुर पहुंचे। उन्हें दो बड़ी बसों और 30 छोटी कारों व गाडिय़ों से ले जाया गया। जिले के बड़े नेता भी उनके साथ थे।
सूत्रों ने बताया कि कार्यकर्ता अलसुबह यहां से रवाना होकर दोपहर में जयपुर पहुंचे। सुबह का नाश्ता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आवास पर करवाया। इसके बाद दोपहर का भोज सहकारिता एवं राजसमंद के प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना के घर रखा गया। मुख्यमंत्री गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा व दूसरे बड़े नेताओं ने कार्यकर्ताओं से चर्चा की तथा राजसमंद की जमीनी हकीकत की टोह ली।
मुख्यमंत्री ने राजसमंद की हर ग्राम पंचायत से दो-दो प्रतिनिधि चर्चा के लिए जयपुर बुलाए। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वैभव गहलोत के लिए राजसमंद में राजनीतिक जमीन तलाशने की सम्भावनाएं खत्म नहीं हुई है। बीते दिनों विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने राजसमंद में ही एक कार्यक्रम में वैभव के चुनाव नहीं लडऩे की बात कही थी।
चुनाव जिताओ, झील में पानी भी लाएंगे
सूत्रों के अनुसार सीएम से चर्चा के दौरान कार्यकर्ताओं ने राजसमंद झील में जल परावर्तन की परियोजना की जरूरत बताई। जवाब ने मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव जिताओ, यह काम भी करवाएंगे। उन्होंने चुनाव में जीत के बाद जयपुर में कार्यकर्ताओं को डिनर देने का भी वादा किया।
‘गुर्जर अभी बूढ़े नहीं हुएÓ
चर्चा में प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि यहां जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर के अलावा बाकी सब युवा और 50 साल से कम उम्र के कांग्रेसजन मौजूद हैं। इसके जवाब में डोटासरा ने कहा कि मैं आंजना की केवल एक बात से सहमत नहीं हूं। गुर्जर अभी बुजुर्ग नहीं हुए हैं। मैं नाथद्वारा गया था तो श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन के दौरान ये सबसे आगे थे। इन्होंने सीधे दर्शन के लिए हमें प्रवेश करवाया। आप इन्हें टिकट की दौड़ से बाहर नहीं बता सकते हैं। बुजुर्ग कहकर इनकी दावेदारी खत्म नहीं की जा सकती।
ये भी गए जयपुर
पर्यवेक्षक पुष्पेन्द्र भारद्वाज के अलावा जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर, नगर परिषद सभापति अशोक टांक, उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष नानालाल शार्दुल, युवा नेता दिलीप जोशी, जिला परिषद सदस्य लेहरूलाल अहीर सहित कई लोग सीएम से मिलने पहुंचे।
राजसमंद में बढ़ी हलचल
इधर, नगर परिषद चुनाव से पूर्व ही उपचुनाव की तैयारियों में जुटे दोनों प्रमुख दल भाजपा-कांग्रेस में उपचुनाव की घोषणा होते ही हलचल बढ़ गई है। दावेदार एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। अब तक भाजपा की खेमेबाजी साफतौर पर नजर आ रही थी, लेकिन अब टिकट को लेकर कांग्रेस में भी अंदरूनी हलचलें तेज हो गई हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस माहेश्वरी के जाने के बाद नगर परिषद में उलटफेर कर चुकी है और उपचुनाव को लेकर भी वह दम झोंक रही है। दूसरी ओर, भाजपा भी दो माह से मैदान में डटी हुई है। प्रदेश स्तर के नेता यहां हवा पार्टी के पक्ष में बनाए रखने के लिए दम लगा रहे हैं।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.