मृत और सेवानिवृत्त के परिजनों के साथ विभाग कर रहा भेदभाव, यदि मांगें नहीं हुई पूरी तो होगा उग्र आंदोलन …

प्राथमिक शिक्षा को विशेष शिक्षकीय सेवा मानकर व्याख्याता व शिक्षक के वेतनमान के अंतर के अनुपात में शिक्षक व सहायक शिक्षक के वेतनमान में सुधार किया जाए।

<p>मृत और सेवानिवृत्त के परिजनों के साथ विभाग कर रहा भेदभाव, यदि मांगें नहीं हुई पूरी तो होगा उग्र आंदोलन &#8230;</p>
डोंगरगढ़. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, के निर्देशन में प्रदेश उपाध्यक्ष एवं संभाग प्रभारी विनोद गुप्ता के नेतृत्व में मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव सहित मंत्रियों व सचिवों के नाम पर डिप्टी कमिश्नर दुर्ग बीएल गजपाल को 11 अगस्त को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष गोपी वर्मा ने बताया कि प्रदेश संगठन द्वारा राज्य से ब्लाक तक ज्ञापन सौंपने का चरणबद्ध कार्यक्रम तय किए हैं। ज्ञापन के तीसरे चरण में 17 अगस्त को जिलाधीश को राजनांदगाव में भी टीचर्स एसोसिएशन के जिला पदाधिकारी जिलाध्यक्ष गोपी वर्मा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपेगे।
एसोसिएशन की प्रमुख मांगों में क्रमोन्नति है जिसमें प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा अवधि मानकर क्रमोन्नति का आदेश किया जावे। शिक्षा कर्मियों के निम्न वर्ग की सेवा को जोड़कर उच्च वर्ग में लाभ दिया गया है। अत: पूर्वसेवा अवधि को जोड़कर क्रमोन्नति के लिए लाभ प्रदान कर क्रमोन्नति आदेश जारी किया जाए। दूसरा पदोन्नत्ति है जिसमे सभी विभागों में पदोन्नति जारी है। ज्ञातव्य है प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला में प्रधान पाठक के हजारों पद रिक्त हैं। शिक्षक, व्याख्याता व प्राचार्य के पद पर भी पदोन्नति का प्रावधान है। अत: एलबी संवर्ग को कुल शिक्षकीय सेवा अनुभव (पूर्व सेवा) के आधार पर पदोन्नति दी जाए।
कार्रवाई की जाए

इससे शिक्षण व्यवस्था में गुणात्मक सुधार होगा। तीसरा वेतन विसंगति है, जिसमें व्याख्याता व शिक्षक की तुलना में सहायक शिक्षक का वेतन कम है। प्राथमिक शिक्षा को विशेष शिक्षकीय सेवा मानकर व्याख्याता व शिक्षक के वेतनमान के अंतर के अनुपात में शिक्षक व सहायक शिक्षक के वेतनमान में सुधार किया जाए। चौथा पुरानी पेंशन बहाली है, जिसमें जनघोषणा पत्र में पुरानी पेंशन बहाली के लिए कार्रवाई उल्लेखित है। अत: एनपीएस के स्थान पर ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) लागू करने की कार्यवाही किया जाए।
भविष्य निधी अंशदान, मृत्यु उपादान, अवकाश नगदीकरण का लाभ

जिलाध्यक्ष वर्मा ने बताया कि 30 जून को जारी संविलियन आदेश क्र. एफ 12 मार्च 2018-दो के बिन्दु क्रमांक 3 में समस्त अन्य सुविधाएं देय होगी व बिन्दु क्रमांक 6 में नवीन अंशदायी पेंशन की पात्रता होगी का उल्लेख होने के दो साल बाद भी जिले को समस्त डीडीओ ने मृत शिक्षक व सेवा निवृत्त शिक्षकों के परिजनों का अपमान किया है, जो क्षम्य नहीं है यहां तक विभाग के संज्ञान में लाने के बाद भी उदासीन बने हुए हैं। संघ ने डीडीओ के ऊपर भेदभाव का आरोप लगाया है। वर्मा ने बताया कि डोंगरगढ़ ब्लाक के महेश खुटेल मा. शा. मूंदगांव, थानसिंह मरकाम मा. शा. भगवानटोला, भवानी शंकर माली प्रा. शा. बागरेकसा, परमानंद चन्द्रवंशी प्रा. शा. चारभाठा, रोहित रामटेके उ. मा. शा. डोंगरगढ़, खान मैडम प्रा. शा. डोंगरगढ़ (सेवानिवृत्त) मोहला ब्लाक से सोनटेके सर सहित जिले के बीसो परिजन को समूह बीमा की राशि 3 लाख रू. का लाभ दिया गया है, शेष लाभ दो सालों से वंचित कर रखा हैं। वर्मा ने जल्द अनुकम्पा व उनके समस्त प्रकरण 15 दिवस में निराकरण विभाग द्वारा नहीं किया, तो जिला संघ अपने मृत व सेवानिवृत्त साथियों के समर्थन में जिला पदाधिकारियों के नेतृत्व में क्रमिक अनशन जिला मुख्यालय में करने का निर्णय लिया है, जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।
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