नहीं आए गांवों से आने वाले सब्जी विक्रेता
बता दें कि राजगढ़, ब्यावरा सहित अन्य जगह में भले ही दूध विक्रेताओं के साथ ही सब्जी विक्रेताओं को दुकानें खोलने की अनुमति हो लेकिन लॉक डॉउन के चलते ग्रामीण अंचल में आने वाले कोई भी सब्जी विक्रेता शहर नहीं पहुंचा। शहरी क्षेत्र में कुछ ही दुकानें संचालित रहीं। बाकी लोग ही शहरों में नहीं पहुंच पाए। जिस हिसाब की उम्मीद की जा रही थी वैसे भी इमरजेंसी दुकानें इत्यादि नहीं खुलीं।
जानें जिलेभर के लॉक डॉउन के हालात… कहीं असर, कहीं बेअसर
जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर स्थित करेड़ी में जमकर भीड़ नजर आई। बाजार भी खुला था और लोगों में मॉस्क लगाकर घूमने की जागरूकता की नजर नहीं आई। खुजनेर के पास स्थित लिंबोदा गांव में आम दिनों की तरह जनजीवन रहा। वहीं, मोहनगांव में बस स्टैंड पर भी भीड़ नजर आई, बाजार खुले रहे। कुरावर, पीलूखेड़ी, गीलाखेड़ी में कुछ दुकानें तो खुलीं लेकिन दोपहर तक पुलिस ने अनाउंसमेंट करवाकर दुकानें और हाइवे के ढाबे भी बंद कराए। झाड़मऊ में रोजाना की तरह बाजार खुले रहे, सारंगपुर में बंद का असर रहा, संक्रमण की रफ्तार से डरे लोगों ने दुकानें नहीं खोलीं। करनवास में भी बाजार बंद रहे, मार्केट सूना रहा, संडावता में लॉक डॉउन का पालन लोगों ने किया, भ्याना, बोड़ा, बखेड़, झाड़ला, सुठालिया, मलावर, कीलखेड़ा, गांगाहोनी, माचलपुर, खिलचीपुर, जीरापुर, ब्यावरा कलां, छापीहेड़ा, खुजनेर, कालीपीठ सहित अन्य जगह लोगों ने लॉक डॉउन का पालन किया। मिले-जुले हालात कुछ जगह देखने को मिले, लेकिन अधिकतर लोगों ने कोरोना के डर के कारण इसका पालन किया।
बता दें कि राजगढ़, ब्यावरा सहित अन्य जगह में भले ही दूध विक्रेताओं के साथ ही सब्जी विक्रेताओं को दुकानें खोलने की अनुमति हो लेकिन लॉक डॉउन के चलते ग्रामीण अंचल में आने वाले कोई भी सब्जी विक्रेता शहर नहीं पहुंचा। शहरी क्षेत्र में कुछ ही दुकानें संचालित रहीं। बाकी लोग ही शहरों में नहीं पहुंच पाए। जिस हिसाब की उम्मीद की जा रही थी वैसे भी इमरजेंसी दुकानें इत्यादि नहीं खुलीं।
जानें जिलेभर के लॉक डॉउन के हालात… कहीं असर, कहीं बेअसर
जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर स्थित करेड़ी में जमकर भीड़ नजर आई। बाजार भी खुला था और लोगों में मॉस्क लगाकर घूमने की जागरूकता की नजर नहीं आई। खुजनेर के पास स्थित लिंबोदा गांव में आम दिनों की तरह जनजीवन रहा। वहीं, मोहनगांव में बस स्टैंड पर भी भीड़ नजर आई, बाजार खुले रहे। कुरावर, पीलूखेड़ी, गीलाखेड़ी में कुछ दुकानें तो खुलीं लेकिन दोपहर तक पुलिस ने अनाउंसमेंट करवाकर दुकानें और हाइवे के ढाबे भी बंद कराए। झाड़मऊ में रोजाना की तरह बाजार खुले रहे, सारंगपुर में बंद का असर रहा, संक्रमण की रफ्तार से डरे लोगों ने दुकानें नहीं खोलीं। करनवास में भी बाजार बंद रहे, मार्केट सूना रहा, संडावता में लॉक डॉउन का पालन लोगों ने किया, भ्याना, बोड़ा, बखेड़, झाड़ला, सुठालिया, मलावर, कीलखेड़ा, गांगाहोनी, माचलपुर, खिलचीपुर, जीरापुर, ब्यावरा कलां, छापीहेड़ा, खुजनेर, कालीपीठ सहित अन्य जगह लोगों ने लॉक डॉउन का पालन किया। मिले-जुले हालात कुछ जगह देखने को मिले, लेकिन अधिकतर लोगों ने कोरोना के डर के कारण इसका पालन किया।
सप्ताहभर लागू रहेंगे वही नियम, सिर्फ जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी
सप्ताहभर के लिए बढ़ाए गए लॉक डॉउन के तहत तमाम नियम पुराने ही रहेंगे। इसके तहत जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी। सरकारी दफ्तर, बैंक, पोस्ट ऑफिस इत्यादि खुले रहेंगे। मेडिकल, सब्जी-फल की दुकानें, वाटर सप्लाई इत्यादि चालू रहेगी। बाकी पूरी तरह से लॉक डॉउन रहेगा। किसी भी प्रकार का प्रतिष्ठान नहीं खुलेगा। पुलिस पूरे समय तैनात रहेगी, बेवजह घूमने वालों पर नियमानुसार लॉक डॉउन के उल्लंघन की कार्रवाई की जाएगी।
…और गांवों में सामान्य रहा जनजीवन, औटलों पर बैठे मिले लोग
आम तौर पर सामाजिक दूरी का पालन करने वाले ग्रामीण अंचल के लोगों पर लॉक डॉउन का कोई असर नहीं रहा। या यूं कहें उन्हें कोई फर्क लॉक डॉउन का नहीं पड़ पाया, वे अपने हिसाब से रूटीन में औटलों पर बैठे मिले, हां जागरूकता जरूर ऐसी थी कि किसी ने मॉस्क तो किसी ने गमछा जरूर मुंह पर लगाए रखा। बता दें कि शहरी, नगरीय क्षेत्रों में होने वाले लॉक डॉउन जैसी स्थिति गांवों में नहीं रहती।
19 तक टोटल लॉक डॉउन रहेगा
कोरोना से सामूहिक जंग लड़ते हुए हम सप्ताहभर का और लॉक डॉउन बढ़ा रहे हैं। जो 60 घंटे के लॉक डॉउन के लिए नियम थे वही इसमें भी रहेंगे। लोगों से हम अपील करेंगे कि वे नियम का पालन करें। जरूरत पडऩे पर सख्ती भी करेंगे।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, राजगढ़
हमारी टीम चप्पे-चप्पे पर
हमारी पुलिस टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात है, हम कोशिश में हैं कि किसी भी तरह से लॉक डॉउन का उल्लंघन न करने दें। जो लोग नियम का पालन नहीं करेंगे उन पर हमें सख्ती से पेश आना पड़ेगा, कार्रवाई भी नियमानुसार करेंगे।
-प्रदीप कुमार शर्मा, एसपी, राजगढ़
सप्ताहभर के लिए बढ़ाए गए लॉक डॉउन के तहत तमाम नियम पुराने ही रहेंगे। इसके तहत जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी। सरकारी दफ्तर, बैंक, पोस्ट ऑफिस इत्यादि खुले रहेंगे। मेडिकल, सब्जी-फल की दुकानें, वाटर सप्लाई इत्यादि चालू रहेगी। बाकी पूरी तरह से लॉक डॉउन रहेगा। किसी भी प्रकार का प्रतिष्ठान नहीं खुलेगा। पुलिस पूरे समय तैनात रहेगी, बेवजह घूमने वालों पर नियमानुसार लॉक डॉउन के उल्लंघन की कार्रवाई की जाएगी।
…और गांवों में सामान्य रहा जनजीवन, औटलों पर बैठे मिले लोग
आम तौर पर सामाजिक दूरी का पालन करने वाले ग्रामीण अंचल के लोगों पर लॉक डॉउन का कोई असर नहीं रहा। या यूं कहें उन्हें कोई फर्क लॉक डॉउन का नहीं पड़ पाया, वे अपने हिसाब से रूटीन में औटलों पर बैठे मिले, हां जागरूकता जरूर ऐसी थी कि किसी ने मॉस्क तो किसी ने गमछा जरूर मुंह पर लगाए रखा। बता दें कि शहरी, नगरीय क्षेत्रों में होने वाले लॉक डॉउन जैसी स्थिति गांवों में नहीं रहती।
19 तक टोटल लॉक डॉउन रहेगा
कोरोना से सामूहिक जंग लड़ते हुए हम सप्ताहभर का और लॉक डॉउन बढ़ा रहे हैं। जो 60 घंटे के लॉक डॉउन के लिए नियम थे वही इसमें भी रहेंगे। लोगों से हम अपील करेंगे कि वे नियम का पालन करें। जरूरत पडऩे पर सख्ती भी करेंगे।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, राजगढ़
हमारी टीम चप्पे-चप्पे पर
हमारी पुलिस टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात है, हम कोशिश में हैं कि किसी भी तरह से लॉक डॉउन का उल्लंघन न करने दें। जो लोग नियम का पालन नहीं करेंगे उन पर हमें सख्ती से पेश आना पड़ेगा, कार्रवाई भी नियमानुसार करेंगे।
-प्रदीप कुमार शर्मा, एसपी, राजगढ़