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खेतों में फसलें आड़ी होने से किसान परेशान

बेमौसम बारिश खेतों में आड़ी हो गईं धान की फसलें, लगतार तीसरे दिन हुई बारिश

रायसेनOct 18, 2021 / 11:59 pm

chandan singh rajput

खेतों में फसलें आड़ी होने से किसान परेशान

रायसेन. बेमौसम बारिश ने एक बार फिर किसानों को संकट में डाल दिया है। सोमवार को लगातार तीसरे दिन जिले में बारिश हुई। सुबह से शाम तक जिले के विभिन्न हिस्सों में कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश होने से धान और सोयाबीन की फसलों पर संकट खड़ा हो गया है, हालांकि कृषि विभाग के अधिकारी इस बारिश से नुकसान नहीं के बराबर तथा फायदा ज्यादा बता रहे हैं, लेकिन खेतों में जिस तरह पकी हुई फसलें आड़ी होकर पानी में डूब गई हैं, उसे देख नुकसान का अनुमान किसान लगा रहे हैं, कटी हुई फसलें भी पानी में डूबने से बड़े नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसी फसलों से निकलने वाली उपज की गुणवत्ता बेहद खराब होना तय है। हालांकि हरी फसलों को नुकसान नहीं है, ऐसी फसलों को फायदा ज्यादा है। कुल मिलाकर यह बारिश कहीं नुकसान तो कहीं फायदेमंद दिखाई दे रही है। पहली बोवनी वाली और कटने की स्थिति में पहुंची फसलों के लिए बारिश से नुकसान है, जबकि बाद की बोवनी वाली फसलों को बारिश से फायदा ही है। अचानक आई बारिश से किसान परेशान हो उठे, जिनकी कटाई शुरू हो गई थी, खेतों में फैली फसल पानी में डूब गई।

अब कटाई में होगी देरी: बारिश में पकी फसलों के भीग जाने और खेतों में आड़ी हो जाने से कटाई का काम लगभग एक सप्ताह पिछड़ जाएगा। जब तक फसलें पूरी तरह नहीं सूख जाएंगी, तब तक कटाई करना मुश्किल होगा। ऐसे में किसानों सहित मजदूरों की दीपावली की तैयारियां भी अधूरी रह जाएंगी।
ये बोले क्षेत्र के किसान
किसान राम सिंह, सेवक राम, सुरेश कुमार, पूरन सिंह, दयाराम, बाबू भाई, रामदयाल, विजय कुमार का कहना है कि अचानक हुई तेज बारिश के कारण हमारी धान फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। सही नुकसान का आंकलन धूप निकलने के बाद ही होगा। सबसे ज्यादा नुकसान कटी फसलों को होगा। आड़ी हुई हरी फसलों के भी अब खड़े होने की उम्मीद कम है, तना मोटा होने से टूट गया है, तो फसल खड़ी नहीं होगी, जिससे उपज कमजोर होगी।

अफसर निकलें बाहर: गौहरगंज के किसान दयाराम, भूपत सिंह, सुल्तानपुर के रमेश पटेल का कहना है कि इस बारिश से जिन अधिकारियों को फसलों में नुकसान नहीं दिख रहा है, वे अपने एसी कमरों से बाहर निकलें, खेतों में आकर देखें किस तरह फसलें बर्बाद हुई हैं। कृषि विभाग के अधिकारी अपने दफ्तरों में बैठकर पूरे जिले का अनुमान लगाते हैं, जो गलत साबित होते हैं।
कई गांवों में नुकसान: गौहरगंज. रविवार रात और सोमवार को क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई, जिससे ग्राम नयापुरा, बेजलपुर सहित आस-पास के कई गांवों में फसलें आड़ी हो गईं। खेतों में पानी भरने से कटी हुई फसलें पानी में डूब गईं। किसान प्रीतम, बिहारी लाल, धर्मचंद, प्रेम नारायण, देवीराम, प्रभु दयाल, परसराम आदि के खेतों की खड़ी फसलें पूरी तरह आड़ी हो गई हैं। ऊपर से पानी भी भरा हुआ है, जिससे फसलों के बचने की कोई उम्मीद नहीं है। किसानों का कहना है कि प्रशासन को तुरंत फसलों का सर्वे कराना चाहिए। नुकसान का आंकलन कर मुआवजा देना चाहिए।

बारिश से नुकसान बहुत कम होगा, बल्कि फायदा ज्यादा है। बाद की बावेनी वाली फसलों को पानी मिल गया, रबी की तैयारी कर रहे किसानों को भी फायदा है।
-एनपी सुमन, सहायक संचालक कृषि

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