रायसेन

खरीदी पर असमंजस, पहले दिन सूनी पड़ी रही कृषि मंडी

समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर जिम्मेदार बेपरवाह। अभी तक नहीं हुआ केंद्रों का निर्धारण, अधिकारी जानकारी देने से कर रहे मना।आज से शुरू होना थी खरीदी।एक केंद्र पर कम से कम 1100 पंजीयन और 50 हजार क्विंटल की खरीदी का रखा है मापदंड।

रायसेनMar 26, 2019 / 03:14 pm

Rajesh Yadav

खरीदी पर असमंजस, पहले दिन सूनी पड़ी रही कृषि मंडी

रायसेन. इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी तय समय पर शुरू नहीं हो सकी। सोमवार 25 मार्च से जिले भर में खरीदी शुरू होना थी। लेकिन अभी तक केन्द्रों का निर्धारण ही नहीं हो सका। पिछले साल जिले में 146 केन्द्रों पर खरीदी की गई थी। मगर इस बार कितने केन्द्रों और कहां-कहां पर खरीदी होगी। बताया जा रहा है कि अभी मैपिगं कार्य ही चल रहा है। इसलिए केन्द्र नहीं बनाए जा सके। जबकि यह काम डेढ़ माह पहले ही कर लिया जाना चाहिए था। लेकिन जिम्मेदारों ने इसमें रूचि नहीं दिखाई। अब समय पर खरीदी शुरू नहीं होने से किसान परेशान होंगे।

वहीं इस संबंध में नागरिक आपूर्ति निगम, और जिला सहकारी बैंक के अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। इन अधिकारियों का कहना है कि समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी से संबंधित जानकारी कलेक्टर द्वारा ही दी जाएगी। जबकि खाद्य विभाग के अधिकारी सीआर कौशल का कहना है कि सोमवार को रंग पंचमी का अवकाश होने के कारण खरीदी शुरू नहीं हो सकी। अगले दिन मंगलवार से खरीदी शुरू की जाएगी। लेकिन अभी तो केन्द्र नहीं बने, ऐसे में खरीदी कहां और कैसे शुरू होगी।

यह बात अधिकारी नहीं बता पाए
सोमवार 25 मार्च को जब पत्रिका टीम ने जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी पहुंचकर देखा तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था। गौरतलब हो कि हर साल मंडी परिसर में खरीदी केन्द्र बनाया जाता है। किंतु इस वर्ष अब तक मंडी परिसर को खरीदी नहीं बनाया गया है। इसी तरह की स्थिति सहकारी समिति बनखेड़ी के नकतरा केन्द्र की है। यहां भी अब तक कोई तैयारी नहीं हो पाई। पहले दिन नकतरा में भी खरीदी नहीं हो सकी।

बताया जा रहा है कि किसानों को मैसेज भी नहीं मिले। ऐसे में सहकारी समिति क्षेत्र के किसान दो दिन पहले से ही खरीदी शुरू होने की जानकारी लेने के लिए सोसाइटी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। मुंगालिया के किसान विष्णु प्रसाद, धीरज सिंह, अजब सिंह, बनखेड़ी के करोड़ी लाल, पटी के मलखान सिंह आदि ने बताया कि अभी तक उन्हें मैसेज प्राप्त नहीं हुए।

मैपिगं में अटके खरीदी केन्द्र
इस साल किसानों को 25 किमी से ज्यादा दूर गेहूं बेचने नहीं जाना पड़े। इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा कवायद की जा रही है। इसी के चलते केन्द्रों को निर्धारित करने में काफी समय लगा दिया गया। जानकारी के अनुसार अभी मैपिगं कार्य ही किया जा रहा है। जबकि खरीदी शुरू होना जाना था। इस कारण खरीदी केन्द्र नहीं बन पाए। पिछले वर्ष 146 केन्द्रों में से जिन केन्द्रों पर भंडारण के समय 0.50 प्रतिशत गेहूं की कमी आई थी। उन केन्द्रों और सोसाइटियों को इस बार गेहूं खरीदी का जिम्मा नहीं दिया जाएगा। यह निर्णय शासन स्तर पर ही लिया गया है।

छोटे केन्द्र नहीं बनेंगे
समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय के लिए जिले में 122 केन्द्रों पर 14 मार्च तक किसानों के पंजीयन कराए गए। इस वर्ष 68 हजार किसान पंजीकृत हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार खरीदी केन्द्र बनाने के लिए दो मापदंड रखे गए हैं। इनमें पहला बिंदु यह है कि संबंधित केन्द्र पर 1100 किसानों का पंजीयन होना जरूरी है। दूसरा उस केन्द्र पर 50 हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी होना चाहिए। तभी खरीदी केन्द्र बनाया जाएगा। कम दूरी और जिन केन्द्रों पर पंजीकृत किसानों की संख्या कम रहेगी। उस जगह पर केन्द्र नहीं बनाया जाएगा।

किसान परेशान हो रहे
इन दिनों जिले में कई जगह गेहूं की फसल की कटाई होने के बाद थ्रेसिगं कार्य भी शुरू हो गया है। वहीं हर दो-चार दिनों में मौसम का रुख भी बदलता रहता है। कभी तेज धूप और गर्मी का अहसास हो रहा है। तो कभी बादलों का डेरा लग जाता है। सोमवार शाम चार बजे से भी इसी तरह के हालात नजर आए। शाम के समय आसमान पर बादल छाए रहे। ऐसे में किसान एक बार फिर से चिंतित दिखाई दिए।

अभी लग सकता है समय
सहकारी समिति के कर्मचारियों की मानें तो अभी खरीदी शुरू होने में करीब एक सप्ताह से ज्यादा का समय लग सकता है। क्योंकि केन्द्रों का निर्धारण होने के बाद वहां की साफ-सफाई सहित आवश्यक सुविधाएं जुटाना जरूरी है। बारदानों की गठानें आना बाकी है। तौल कांटों की मरम्मत की जाएगी और बोरियों पर लगाने के लिए टैग भी प्रिंट नहीं हुए। इस बार बोरियों पर संबंधित किसान का नाम भी अंकित किया जाएगा।

देवरी उप मंडी में नहीं हुई खरीदी शुरू
थालादिघावन. शासन द्वारा 25 मार्च से गेहूं खरीदी शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन देवरी उपमंडी में तय समय और तिथि पर गेहूं खरीदी शुरू नहीं हो सकी। जबकि अधिकारी देवरी में दो केन्द्र होने की बात कर रहे। इसकी सूची अभी तक नहीं भेजी गई है।


इनका कहना
होली पर्व के बाद गेहूं कटाई का दौर तेजी से शुरू हो जाता है। क्योंकि आगजनी की घटनाएं भी ज्यादा होती है। इसलिए समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य निर्धारित समय पर शुरू हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक हमें यही नहीं पता लगा कि कहां पर गेहूं बेचने जाना है।
जालम सिंह किसान।

खरीदी केन्द्र बनाने का कार्य लगभग डेढ़ माह पहले होना चाहिए। हर बार खरीदी केन्द्र पहले ही बन जाते हैं। लेकिन इस साल देरी क्यों की जा रही है। यह समझ से परे है। जबकि अब किसानों की फसल कटाई तेजी से चल रही और कई जगह फसल कटाई हो चुकी है।
भुजेन्द्र सिंह, किसान डाबरा।

गेहूं खरीदी केन्द्रों के निर्धारण की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। आज मंगलवार से खरीदी शुरू हो सकती है। इस बार 25 किमी से ज्यादा दूर किसानों को गेहूं बेचने नहीं जाना पड़े। ऐसी व्यवस्था की जा रही है।
सीआर कौशल, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी।

Home / Raisen / खरीदी पर असमंजस, पहले दिन सूनी पड़ी रही कृषि मंडी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.