3 मार्च से आयोजित विराट संत समागम में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों से साधु संतों का राजिम आगमन शुरू हो गया है। (Rajim Kumbh Kalp 2024)
अलौकिक श्रृंगार के साथ अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन करते हुए नागा साधुओं ने निकाली पेशवाई। (Rajim Kumbh Kalp 2024)
प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में नागा साधु सहित अन्य संत आदि आते हैं और विशेष पर्व स्नान तथा संत समागम में भाग लेते हैं। (Rajim Kumbh Kalp 2024)
वर्ष 2005 से इसे और भव्य रूप के साथ राजिम कुंभ कल्प मेला के रूप में मनाया जा रहा है।
(Rajim Kumbh Kalp 2024)
राजिम में तीन नदियों का संगम है, इसलिए इसे त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है। यहां मुख्य रूप से तीन नदियां बहती हैं, जिनके नाम क्रमशः महानदी, पैरी नदी और सोंढूर हैं। (Rajim Kumbh Kalp 2024)