शराबबंदी के लिए वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है, इसमें विधायक दल के लोग भी हैं। सामाजिक संगठनों की भी बारी-बारी से मीटिंग हो रही है। उनसे जो सुझाव आएगा उसके आधार पर शराबबंदी होगी। सरकार कोशिश कर रही है कि शराबबंदी होने से किसको किस प्रकार का नुकसान होगा, उसका अनुमान लगा लिया जाए।
कोई नई दुकान नहीं खुली
पांचवीं अनुसूची वाले क्षेत्रों में पंचायत अनुमति देती है या नहीं, इन सब बातों को भी देखना होगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के अब तक के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में कई शराब की दुकानें बंद हुई है। कोई नई शराब की दुकान नहीं खोली गई है। आम जनता की आपत्ति आने पर तुरंत शराब दुकान का स्थान परिवर्तन किया जाता है। स्कूल, बाजार, मंदिर, मुख्य मार्ग से शराब दुकानों को हटाया जाता है।