सुबह सब्जी वालों से रंगदारी-वसूली फिर पेचकस मारा, शाम को कहने लगे-अपराध करना पाप है कानून हमारा बाप है

एक ओर मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था को लेकर आईजी-एसपी की बैठक ले रहे हैं, दूसरी ओर राजधानी के खम्हारडीह इलाके में सुबह-सुबह बदमाशों ने जमकर गुंडागर्दी की। सब्जी वालों से रंगदारी वसूलने लगे। इसका विरोध करने पर उनकी पिटाई की। फिर पेचकस और कैंची जैसे औजारों से हमला किया। इससे चार लोगों को चोटें आईं। पुलिस ने अपचारी सहित चार बदमाशों को पकड़ा और शाम को उनका जुलूस निकाला।

<p> सब्जी वालों से मारपीट करके वसूली करने वाले आरोपी गिरफ्तार</p>
रायपुर
एक ओर मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था को लेकर आईजी-एसपी की बैठक ले रहे हैं, दूसरी ओर राजधानी के खम्हारडीह इलाके में सुबह-सुबह बदमाशों ने जमकर गुंडागर्दी की। सब्जी वालों से रंगदारी वसूलने लगे। इसका विरोध करने पर उनकी पिटाई की। फिर पेचकस और कैंची जैसे औजारों से हमला किया। इससे चार लोगों को चोटें आईं। पुलिस ने अपचारी सहित चार बदमाशों को पकड़ा और शाम को उनका जुलूस निकाला। इस दौरान आरोपी यह कहते हुए जा रहे थे कि अपराध करना पाप है, कानून हमारा बाप है।
पुलिस के मुताबिक सब्जी का कारोबार करने वाला फलेश्वर चौहान अपने साथियों भगवान बाघ, तोगू रामबाबू और निश्चय साहू के साथ शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे विजय नगर चौक के पास खड़े थे। इसी दौरान महेश साहू, सुनील सोनवानी, दीपक बाघ और एक अपचारी बालक पहुंचा। चारों ने खुद को मोहल्ले का गुंडा बताते हुए शराब पीने के लिए पैसा मांगा। पैसा नहीं देने पर फलेश्वर से मारपीट शुरू कर दी। फलेश्वर का उसके साथियों ने बचाव की कोशिश की, तो आरोपियों ने पेचकस और कैंची से उन पर हमला कर दिया। इससे फलेश्वर के जांघ में चोट आई। इसके अलावा उनके साथियों को भी सिर व अन्य स्थानों पर चोट आई। इसकी शिकायत पर खम्हारडीह पुलिस ने चारों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया।
अपराध करना पाप है, काननू अपना बाप है
मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया। उनके कब्जे से पेचकस, कैंची, टेस्टर जैसे औजार मिले। पुलिस ने आरोपियों का घटना स्थल से पैदल घुमाते हुए कोर्ट ले जाया गया। इस दौरान आरोपी यही कहते रहे कि अपराध करना पाप है, कानून अपना बाप है।
9 माह में 50 वारदातें
शहर में चाकूबाजी और रंगदारी की घटनाएं नहीं थम रही हैं। लगातार वारदातें हो रही हैं। अलग-अलग थानों में पिछले 9 माह के भीतर चाकू और अन्य हथियार से मारकर हत्या की कोशिश के 50 मामले सामने आ चुके हैं। मतलब हर महीने 5 वारदातें हो रही हैं। चाकूबाजी की अधिकांश घटनाएं नशे में धुत होकर की जा रही है। इसके अलावा लूट के इरादे से चाकू मारने की भी घटनाएं हो रही हैं।
चाकू मारने वालों का जुलूस निकालना शुरू
चाकूबाजी की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए आरोपियों का पुलिस ने जुलूस निकालना शुरू कर दिया है। जहां वारदात करते हैं, वहीं से जुलूस निकाला जाता है। इसके अलावा चाकूबाजी की घटनाओं का क्राइम रेकार्ड में अलग से कॉलम बनाकर उसके कारणों का विश्लेषण किया जा रहा है।
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