यह मामला जांजगीर चांपा के डभरा क्षेत्र के ग्राम हरदीडीह का है। एक युवती ने अपने प्रेमी पर आरोप लगाया है कि उसे शादी का झांसा देकर कांसा निवासी नंदकुमार पिता कुशाल चंद्रा ने अनाचार किया, उसे कुछ दिनों तक साथ रखा, लेकिन शादी के बाद युवती को छोड़ दिया। इस मामले में पीडि़ता का कहना है कि शादी में आरोपी प्रेमी युवक का साथ देने वालों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करे। लगातार शिकायत के बाद भी पुलिस अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे पीडि़ता पुलिस की कर्रावाई पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
पीडि़ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि नंदकुमार ने उससे शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण किया। जिससे वह गर्भवती हो गई, लेकिन जबरदस्ती नंदकुमार चन्द्रा ने अभी बच्चा नहीं लेगें कहकर गर्भपात करवा दिया। जबरन अपने रिश्तेदार डॉ. को बुलाकर खाने में दवाई खिला दिया, जिससे गर्भपात हो गया। पीडि़ता का आरोप है कि नंदकुमार पहले से शादीशुदा था जिसकी उसे गलत जानकारी दी गई।
उसके पूर्व पत्नी उसका तालाक भी हो चुका है। इसके बाद पीडि़ता को रानी बनाकर रखने का दावा करते हुए उससे ग्राम मलदा के बाहर स्थित बंजारी मंदिर में शादी किया। शादी के बाद जगन्नाथपुरी में एक सप्ताह ताज होटल में रखा। उसके बाद कई जगह घुमाते हुए अपने घर में रख कर दैहिक शोषण किया। बाद में तुम गरीब हो कहकर उसके पिता के घर छोड़ दिया गया।
इसकी लिखित रिपोर्ट थाना डभरा में पीडि़ता के द्वारा किया गया। जिस पर पुलिस ने आरोपी नंदकुमार चंद्रा के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया। लेकिन शादी में सहयोग करने वाले सत्यनारायण चंद्रा, राजकुमार चंद्रा सहित तीन अन्य के खिलाफ अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने पर पीडि़ता ने एसपी कार्यालय में भी शिकायत की थी।
पीडि़ता का कहना है कि आरोपी राजनीति पहुंच वाला है। इसके चलते उसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है। पीडि़ता का कहना है कि पुलिस ने नंदकुमार चन्द्रा और जवाहर चंद्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। नंदकुमार को गिरफ्तार किया है और वह कुछ दिन अंदर होने के बाद जमानत पर रिहा हो गया है।