वहीं महानदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर कलेक्टर भीम सिंह ने उच्च अधिकारियों के माध्यम से संवाद स्थापित कर ओडि़शा प्रशासन के सिंचाई विभाग के सचिव को रायगढ़ की स्थिति से अवगत करवाया। इससे वे बांध के दो गेट और खोलने के लिए सहमत हो गए हैं।
रात से अब तक बांध के छह गेट खोले जा चुके हैं। वर्तमान स्थिति में 46 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। कलेक्टर ने अन्य अधिकारियों के साथ बाढ़ से प्रभावित इलाकों के हालात का जायजा लिया। इसके अलावा जांजगीर-चांपा जिले में भी कई गांवों को बाढ़ के पानी ने अपने चपेट ले लिया है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
बेमेतरा में 7 गांव के 50 परिवारों का किया गया रेस्क्यू
बेमेतरा जिले के साजा अनुविभाग के अलग-अलग 7 गावों में पानी भरने के बाद 50 परिवारों का रेस्क्यू किया गया। आपदा नियंत्रण की टीम ने इन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। जिले में बाढ से सर्वाधिक प्रभावित साजा अनुविभाग में नदी कछार में आने वाले 42 गांव हैं, जिसमें से 30 गांव साजा तहसील और 12 थानखम्हरिया तहसील में है।
शुक्रवार को हुई बारिश के बाद सुरही नदी, डोटू नाला, करूहा नाला व कर्रा नाला के अलावा राजनांदगांव से आने वाली छोटी नर्मदा नदी के जलस्तर बढऩे से ग्राम बगलेड़ी, नवागांव खुर्द, मोतेसरा, रौदा, केचवई, मोतेसरा, चेचानमेटा, नवकेशा, डेहरी, लुक का संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया।
यहां बाढ़ में फंसे 50 परिवारों को बचाव दल की मदद से बाहर निकाला गया। साथ ही इन्हें राहत शिविर में पहुंचाया गया। साजा एसडीएम आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि बचाच दल की मदद से प्रभावितों को बाहर निकाला गया है, जिनके लिए कपड़ा, बिस्तर व अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की गई।