सरकार कर रही किसानों व मजदूरों की खुशहाली का दावा, यहां भरण पोषण के लिए कर्ज लेने को मजबूर हो रहे

रायबरेली में किसानों और मजदूरों ने लॉकडाउन में सरकार की दी गई योजनाओं को बताया गलत, कहा हम लोगों को अभी तक नहीं मिली ऐसी कोई योजना
 

<p>FARMER NEWS&#8212;शासन की बेरुखी से आक्रोशित किसानों का 25 अगस्त को महापड़ाव का ऐलान,FARMER NEWS&#8212;शासन की बेरुखी से आक्रोशित किसानों का 25 अगस्त को महापड़ाव का ऐलान,FARMER NEWS&#8212;शासन की बेरुखी से आक्रोशित किसानों का 25 अगस्त को महापड़ाव का ऐलान</p>
रायबरेली. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों और मजदूरों को लॉकडाउन में रोजगार देने की लगातार दावा करती रही, लेकिन आम जनमानस किसानों और मजदूरों से जब धरातल पर जानकारी की गई तो उन दावों को पोल खुल गई। उनका कहना है न हीं उन्हें रोजगार मिला है और न किसी प्रकार की योजना उन तक पहुंची है। सरकार व जिला प्रशासन अपना झूठा प्रचार प्रसार करता रहता है। लेकिन लॉकडाउन के बाद किसान एवं मजदूर अब भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कई किसान से ऐसे हैं, जिन्हें कर्ज लेकर अपने बच्चों की बीमारी का इलाज कराना पड़ रहा है। तो कई किसान और मजदूर कर्ज लेकर खाद, बीज खरीद रहे हैं। व रोजी रोटी का इंतजाम कर रहे हैं।
सरकार द्वारा दी गई किसी भी प्रकार की कोई योजना धरातल पर नजर नहीं आ रही है। किसानों का कहना है कि जब सरकार की कोई भी योजना प्राप्त ही नहीं हुई, तो हम कैसे मान लें कि सरकार हमारी भलाई के लिए सोच रही है। रायबरेली के रहने वाले सरेनी के रावतपुर कला गांव के किसान नरेंद्र सिंह फौजी ने बताया कि सरकार योजनाएं तो लखनऊ में बनाती है, लेकिन उसे लागू करने का काम जिले के अधिकारियों का होता हैं। और वह अपना काम नहीं कर रहे। और सरकार केवल टीवी और अखबारों के माध्यम से अपना झूठा प्रचार प्रसार करती है।
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