हाइटेंशन तार की चपेट में आने से दम्पति की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

– एएसपी व एसडीएम ने बंधाया निराश्रितों को ढांढस, विधायक ने सौंपे चेक

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़. जिले में कोतवाली के हण्डौर गांव में होली की सुबह दम्पति की मौत को लेकर मासूम जिंदगियों को मनहूस कर गई। बिजली का तार अचानक टूटकर गिर जाने से दम्पति करंट की चपेट मे आ गए और मौके पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया। विद्युत विभाग की लापरवाही को लेकर लोगों में आक्रोश भड़क उठा। बाद में विद्युत विभाग के द्वारा मुआवजा तथा क्षेत्रीय विधायक एवं अफसरों के समझाने बुझाने पर किसी तरह आक्रोश शांत हो सका। हण्डौर के पूरे पिपरहन में सत्य नारायण वर्मा का पुत्र रामलखन वर्मा 40 अपनी पत्नी गायत्री देवी 38 के साथ सोमवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे खेत की सिंचाई करने गया था। अचानक वहां पहले से ही हाइटेंशन तार के टूटकर गिरने से रामलखन करंट की चपेट मे आ गया। पति की चीख सुनते ही समीप खड़ी उसकी पत्नी गायत्री भी पति को बचाने दौड़ पड़ी। इसके चलते वह भी करंट की चपेट मे आ गई।

गंभीर रूप से झुलसे पति-पत्नी को परिजन तथा ग्रामीण जिला अस्पताल लेकर पहुंचे किन्तु वहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। विभागीय लापरवाही से करंट की चपेट मे मौत को लेकर गांव मे आक्रोश फैल गया। मृतक दम्पति के निराश्रित बच्चे खुशबू 16, सबिता 15, कविता 13 तथा बबिता 10 व सात वर्षीय पुत्र संगम का रो-रो कर बुराहाल हो गया। मासूम बच्चों के सिर से मां व पिता दोनों का साया एक साथ उठने से गांव तथा आसपास के लोग भी गमगीन हो उठे।

घटना की जानकारी मिलने पर एसडीएम राम नारायण तथा सीओ जगमोहन भी मौके पर पहुंचे। इधर आक्रोश बढ़ता देख एएसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी भी गांव पहुंच गए। अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। अपरान्ह क्षेत्रीय विधायक डा. आरके वर्मा भी मृतक के घर पहुंचे व संवेदना जताई। विधायक के हस्तक्षेप से विभाग की ओर से घटना को लेकर मृतक आश्रितों को जेई प्रमोद यादव तथा जेई शीलवंत सिंह दो-दो लाख का चेक लेकर पहुंचे। जिसे विधायक डा. आरके वर्मा ने मृतक आश्रितों को सौंपा।

वहीं विभाग के एक जेई शीलवंत सिंह ने भी मानवता की पहल की। जेई ने निराश्रित बच्चों को मदद के लिए खुद की ओर से ग्यारह हजार रूपए सौंपे। इधर इतनी बड़ी घटना के बावजूद क्षेत्रीय लेखपाल देर शाम तक लापता दिखा। नाराज एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर कानून-गो से स्पष्टीकरण मांगा है। घटना को लेकर मंगलवार को भी गांव में गम का माहौल दिखा। वहीं निराश्रित मासूम बच्चों का दहाड़ मार कर रोना बिलखना देख लोगों की आंखे भर आई।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.