सांसद ने किया गौरवपथ का शिलान्यास

सांसद ने किया गौरवपथ का शिलान्यास

सांसद ने किया गौरवपथ का शिलान्यास
छोटीसादड़ी. उपखण्ड क्षेत्र में पीएमजीएसवाई फेस सैकेण्ड के तहत गणेशपुरा के पिथलवाडी में सडक़ नवीनीकरण व गौरव पथ निर्माण कार्यो का शिलान्यास सांसद चन्द्र प्रकाश जोशी ने किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को तीन माह में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों द्वारा पेयजल संकट के बारे में अवगत कराने पर पेयजल के लिए पिथलवड़ी में मस्जिद के पास नवीन ट्यूबवेल लगाने की स्वीकृति दी। केन्द्र सरकार की विभिन्न जन हितकारी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम से पहले सांसद जोशी ने गणेशपुरा गांव में गौरव पथ का उद्घाटन किया। गणेशपुरा घाटी से देवरी तक प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ का शिलान्यास किया। उसके बाद सांसद पिथलवाड़ी पहुंचे।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जल्द ही सभी टीएसपी संघर्ष करने वालों को खुशखबरी मिलेगी। इस मौके पर जिला अध्यक्ष धनराज शर्मा, प्रधान महावीरसिंह कृष्णा, प्रधान रमेश गोपावत, पश्चिमी मंडल अध्यक्ष मि_ूलाल जणवा, शांतिलाल जणवा, श्यामसुंदर अग्रवाल, नगर पालिका उपाध्यक्ष रामचंद्र माली, जिला मंत्री कैलाश गुर्जर, महामंत्री मधुसूदन झाला, प्रधान रमेश गोपावत, उप सरपंच शंकरसिंह, सलीम मोहम्मद, रमजान, भोपाल, सलमान, कैलाश, फकीर मोहम्मद युसूफ रसीद सहित कई पदाधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।
बरोल गांव में स्थित जनजातीय सामुदायिक भवन में आयोजित टीएसपी संघर्ष समिति के संभाग स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक में मुख्य अतिथि सांसद चंद्रप्रकाश जोशी ने विचार व्यक्त किए। बैठक में टीएसपी संघर्ष समिति प्रदेश अध्यक्ष रणजीतसिंह मीणा, समिति अध्यक्ष जगदीश प्रसाद मीणा, बड़ीसादड़ी अध्यक्ष राजू सिंह, वल्लभ नगर अध्यक्ष प्रेमचंद मीणा, संयोजक शंकर सिंह मीणा, उपाध्यक्ष शंभू सिंह मीणा, नाथू लाल मीणा, प्रचारमंत्री शोभाक सिंह आदि मौजूद थे।
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विकास में रूकावट, अवैध बसावट
-शहर में लगातार बढ़ रहा कच्ची बस्तियों का दायरा
-2004 के बाद से अब तक नहीं हुआ कच्ची बस्तियों का सर्वे
प्रतापगढ़.
शहर में कच्ची बस्तियों का दायरा दिनोंदिन बढ़ रहा है। सरकारी जमीन पर ऐसी बस्तियों को बसने देने के पीछे कहीं ना कहीं अवैध अतिक्रमण की मानसिकता और वोट बैंक जिम्मेदार है। शहर में वर्तमान में 6 कच्ची बस्तियां हैं। राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2004 में इन कच्ची बस्तियों का सर्वे हुआ था, जिसके बाद आज तक सर्वे नहीं हुआ है जबकि इन बस्तियों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। जिस पर नगरपरिषद व प्रशासन का ध्यान नहीं दिखाई देता है।
अब पता नहीं कितनी है झुग्गी झोपड़ी
नगरपरिषद के पास अब ये आंकड़ा भी नहीं है की शहर में बसी इन कच्ची बस्तियों में कितनी झुग्गी झोपडिय़ां हैं। बेशकीमती सरकारी जमीनों पर ही कच्ची बस्तियों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। सरकारी अधिकारियों, पार्षदों, मंत्री, विधायकों सबको इसका पता भी है लेकिन कोई इसे रोकने के लिए आगे नहीं आ रहा।
मिनी सचिवालय तक पहुंची कच्ची बस्ती
शुगर फैक्ट्री के पीछे कच्ची बस्ती में 2004 के सर्वे में 77 मकान का आंकड़ा है। जबकि अब बगवास कच्ची बस्ती शुगर फैक्ट्री के पीछे से धीरे-धीरे मिनी सचिवालय तक जा पहुंची है।
सब वोटों का खेल
जानकारों के अनुसार बढ़ती कच्ची बस्तियों के पीछे चुनावों में वोटों का खेल है। विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े लोग इन कच्ची बस्तियों को बढ़ावा देते हंै। राजनेताओं की सरपरस्ती के कारण इन बस्तियों के खिलाफ कोई कारगर कार्रवाई नहीं की जा रही।
यह है 2004 का कच्ची बस्तियों का सर्वे
कच्ची बस्ती मकान
तालाब खेड़ा 10
बगवास तालाब के पास 28
अहीर बस्ती 01
रूघनाथपुरा 06
मानपुरा 01
चालिसा 02
शुगर फैक्ट्री के पीछे 77

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2004 में हुआ था सर्वे
राज्य सरकार की ओर से 2004 में कच्ची बस्तियों का सर्वे किया गया था। सर्वे राज्य सरकार की ओर से किए जाते हंै।
अशोक कुमार जैन, आयुक्त नगरपरिषद प्रतापगढ़
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