भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ इन दोनों नेताओं की बैठक जारी है।
माना जा रहा है जल्द ही मुख्यमंत्री के नाम पर से पर्दा हट सकता है।
माना जा रहा है जल्द ही मुख्यमंत्री के नाम पर से पर्दा हट सकता है।
यह भी पढ़ेंः लालू प्रसाद यादव का नीतीश सरकार पर तंज, ‘कोरोना’ से भी ज्यादा खतरनाक बताया, जानिए फिर क्या हुआ असम में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत को अर्जित कर ली, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगने में एक हफ्ते का समय लग गया है। चुनाव के दौरान ही सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्वा सरमा को टकराव की खबरें सामने आ रही थीं।
हुआ भी कुछ ऐसा ही बहुमत से ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाने के बाद भी असम में मुखिया के नाम पर मुहर नहीं लग पाई है। हालांकि पार्टी ने इस मसले का हल निकालने शनिवार को दिल्ली में एक खास बैठक बुलाई।
दोनों नेताओं सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्वा सरमा की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी महासचिव बीएल संतोष के साथ एक बैठक चल रही है। बताया जा रहा है इसी बैठक में अगले सीएम के नाम से पर्दा हट सकता है।
यह पी पढ़ेंः पुडुचेरी सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में कोरोना का साया, 183 लोगों में से 11 निकले कोविड पॉजिटिव आपको बता दें कि असम में लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली बीजेपी को विधानसभा चुनाव में 33.21 फीसदी मत हासिल हुए हैं।
ऐसा पहली बार हुआ है जब असम में गैर कांग्रेसी दल ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाने में सफलता हासिल की है। बीजेपी को चुनाव में 126 में से 60 सीटों पर जीत मिली तो वहीं उसके सहयोगी दलों असम गण परिषद (एजीपी) को 9 और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई। कुल 92 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी को 6,84,538 (33.21 फीसदी) वोट मिले. 26 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाले क्षेत्रीय दल असम गण परिषद को 1,519,777 (7.9 फीसदी) मतदाताओं ने वोट दिया।