उन्होंने कोरोना से जंग घर में रहकर ही जीती जा सकती है। संघ प्रमुख ने कहा कि इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टैंसिंग ( Social Distancing ) का पालन करना भी बहुत जरूरी है।
घर में रहें और भगवान से प्रार्थना करें। भागवत ने यह भी कहा कि हमको लॉकडाउन ( Lockdown in India ) का पालन करना होगा।
हमे इस संकट से निकलना होगा। हमारे संकट को अवसर बनाना होगा। स्वदेशी को अपनाना पड़ेगा।
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उन्होंने कहा क्यों यह हमार देश और हमारा समाज है, इसलिए जी जान से जुटे हैं। कोविड-19 नई बीमारी है, इसलिए अभी सबकुछ साफ नहीं है।
ऐसे में कोई काम अनुमति लेकर और सावधानी पूर्वक ही करें। संघ प्रमुख ने यभी कहा कि क्वारंटाइन से कुछ लोग या तो भाग रहे हैं या छिप रहे हैं, जबकि इससे डरने की जरूरत नहीं है।
बस आत्मविश्वास से काम लें। कोरोना हार जाएगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से हवा-पानी ठीक हुआ है। इस पर विचार करना होगा।
हमको इस बात पर विचार करना होगा कि हम लॉकडाउन के खत्म होने के बाद फिर से रोजगार का साधन कैसे पैदा कर सकते हैं।”
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इस दौरान भागवत ने रविवार को पालघर हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा की साधुओं को पीट-पीट कर मार डाला गया। भय और क्रोध पर काबू रखें। साधुओं ने किसी का अहित नही किया था।