उन्होंने कहा कि एंटीलिया केस से लेकर पैसा वसूली मामले तक में सचिन वाझे का नाम सीधे तौर पर लिया जा रहा है। सीएम से मांगा जवाब मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने तो सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी में साफ कर दिया है कि अनिल देशमुख ने 100 करोड़ रुपए हर माह बंदोबस्त कर देने को कहा था। अब इस बात को लेकर हंगामा हो रहा है। ऐसा होना भी स्वभाविक है। लेकिन बीजेपी की तरफ से अहम सवाल यह है कि उद्धव सरकार ने सचिन वाझे की नियुक्ति किसके दबाव में की? रविशंकर प्रसाद ने एमवीए को लूट की महा अघाड़ी सरकार करार दिया है।