वर्ष 2017 में गुजरात में राज्यसभा सीट ( Gujarat Rajya Sabha Election ) पर हुए चुनाव में कड़ी टक्कर देखने को मिली थी। यहां आखिरकार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ( Ahmed Patel ) ने जीत हासिल की थी। जबकि कांग्रेस के छह विधायकों ने चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया था।
Coronavirus के चलते टाले गए राज्यसभा चुनाव 19 जून को, ज्योतिरादित्य-दिग्विजय भी मैदान में अब गुजरात में 4 खाली सीटें हैं और प्रत्येक कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दो-दो सीटें जीत सकती है। हालांकि भाजपा ( BJP ) ने नरहरि अमीन के रूप में अपना तीसरा उम्मीदवार खड़ा किया है। जबकि कांग्रेस के 5 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल राज्य में 103 भाजपा विधायक, 68 कांग्रेस, दो भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP), एक NCP और एक निष्पक्ष है।
इस संबंध में कांग्रेस के उम्मीदवार शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, “भाजपा अनैतिक साधनों का उपयोग कर रही है और हमारे पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन हमें दो सीटों पर जीत का भरोसा है। हमें एक उम्मीदवार के लिए 35.01 वोट चाहिए और हमारे पास वह संख्या है।”
कांग्रेस 71 तक अपनी संख्या पहुंचाकर दो सीटें जीतने के लिए BTP के दो और एक निष्पक्ष वोटों पर भरोसा कर रही है। भाजपा को तीन सीटें जीतने के लिए 106 वोट चाहिए। इस दौरान भाजपा के सभी तीन उम्मीदवारों को जीतने के लिए तीन अतिरिक्त वोट चाहिए।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए दो सीटें और भाजपा के लिए एक सीट जीतना आसान हो जाएगा। हालांकि, ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 कांग्रेस विधायकों के साथ एक साथ भाजपा में चले जाने के बाद यह मामला बदल चुका है। नए समीकरण ने राज्य में कांग्रेस विधायकों की संख्या को 92 पर ला दिया है। भाजपा के पास 107 विधायक हैं, बसपा के दो, सपा का एक और 4 निर्दलीय। यहां पर एक सीट जीतने के लिए 52 वोट चाहिए।
पीएम मोदी के आवास पर केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए एक नहीं कई महत्वपूर्ण फैसले, हर तरफ छाई खुशी इसलिए भाजपा के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी की 2 सीटों को जीतना आसान हो गया है। राज्य भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा ने कहा, “हम चुनाव के लिए तैयार हैं और हमारे दोनों उम्मीदवार जीतेंगे।” वहीं, कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के जीतने की संभावना अधिक है। हालांकि, फूल सिंह बरैया की लड़ाई भी मजबूत हो सकती है।
राजस्थान में कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा के उम्मीदवार राजेंद्र गहलोत और ओएस लखावत हैं। 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 72 हैं। निर्दलीय और अन्य 21 हैं। एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 51 वोट चाहिए। कांग्रेस केवल दो सीटें जीत सकती है और भाजपा एक। भाजपा ने कांग्रेस को परेशान करने के लिए यहां 3 उम्मीदवार उतारे हैं।