मंगलवार को पटना में हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार में एनडीए (NDA) के घटक दल वीआईपी नाराज हो गई है। सूत्रों की मानें तो पार्टी के मुखिया और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) अपनी नाराजगी को लेकर दिल्ली जा रहे हैं।
दीप सिद्धू के बाद दिल्ली पुलिस को मिली एक और कामयाबी, अब लालाकिले बवाल मामले में 50 हजार का इनामी आरोपी भी चढ़ा हत्थे आपको बता दें कि नीतीश कैबिनेट विस्तार से पहले ही आरजेडी ने दावा किया था कि जल्द ही एनडीए में टूट होगी मध्यावधि चुनाव के आसार भी बन रहे हैं।
बिहार में लंबे समय के बाद कैबिनेट विस्तार तो हुआ लेकिन इस विस्तार के साथ ही राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई। एनडीए के सहयोगी दल वीआईपी को कैबिनेट में जगह ना मिलने से उनकी नाराजगी सामने आई है।
पार्टी प्रमुख मुकेश साहनी अपनी इस नाराजगी को लेकर बुधवार को ही गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं की मुलाकात बीजेपी के पार्लियामेंट्री ऑफिस में हो सकती है। दरअसल, मुकेश सहनी बिहार मंत्रिमंडल में अपनी पार्टी से एक और मंत्री चाहते थे, लेकिन जब बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो उसमें केवल बीजेपी और जेडीयू के चेहरों को शामिल किया गया, ऐसे में मुकेश साहनी को निराशा हाथ लगी है।
ये भी है नाराजगी की वजह
मुकेश सहनी की नाराजगी का एक और वजह बताई जा रही है । दरअसल उनको दिए गए विभाग से भी वे खुश नहीं है। हाल ही में विधानपरिषद की सदस्यता हासिल करने वाले मुकेश सहनी के जिम्मे बिहार में अभी पशुपालन और मत्स्य विभाग है। वहीं साहनी चाहते हैं कि उन्हें इससे बेहतर मंत्रालय सौंपा जाए।
मुकेश सहनी की नाराजगी का एक और वजह बताई जा रही है । दरअसल उनको दिए गए विभाग से भी वे खुश नहीं है। हाल ही में विधानपरिषद की सदस्यता हासिल करने वाले मुकेश सहनी के जिम्मे बिहार में अभी पशुपालन और मत्स्य विभाग है। वहीं साहनी चाहते हैं कि उन्हें इससे बेहतर मंत्रालय सौंपा जाए।
इस मंत्रालय पर नजर
नीतीश सरकार में मुकेश साहनी की नजर लोकनिर्माण विभाग पर है। उन्हें उम्मीद थी कि विभागों के बंटवारे के दौरान उन्हें पीडब्ल्यूडी मिल जाएगी लेकिन विस्तार के बाद सहनी को पुराने पोर्टफोलियो यानी पशुपालन और मत्स्य विभाग पर ही छोड़ दिया गया है।
नीतीश सरकार में मुकेश साहनी की नजर लोकनिर्माण विभाग पर है। उन्हें उम्मीद थी कि विभागों के बंटवारे के दौरान उन्हें पीडब्ल्यूडी मिल जाएगी लेकिन विस्तार के बाद सहनी को पुराने पोर्टफोलियो यानी पशुपालन और मत्स्य विभाग पर ही छोड़ दिया गया है।
बिहार में हुए मंत्रिमंडल विस्तार से मुकेश सहनी से पहले बीजेपी के बड़े नेता भी नाराज हैं। इसको लेकर पार्टी के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पहले ही बगावत का बिगुल फूंकने का ऐलान कर चुके हैं।
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वहीं राष्ट्रीय जनता दल लगातार प्रदेश में मध्यावधि चुनाव का दावा कर रही है। आरजेडी नेताओं की मानें तो जेडीयू के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं और कुछ नाराज नेता भी पार्टी छोड़ना चाहते हैं। ऐसे में एनडीए में नेताओं और दलों की नाराजगी नीतीश सरकार की मुश्किल बढ़ा सकती है।
वहीं राष्ट्रीय जनता दल लगातार प्रदेश में मध्यावधि चुनाव का दावा कर रही है। आरजेडी नेताओं की मानें तो जेडीयू के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं और कुछ नाराज नेता भी पार्टी छोड़ना चाहते हैं। ऐसे में एनडीए में नेताओं और दलों की नाराजगी नीतीश सरकार की मुश्किल बढ़ा सकती है।