वाजे ने कोर्ट में गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की और इस गिरफ्तारी को अवैध करार दिया है। वहीं सचिन वाजे की गिरफ्तारी पर अब सियासत तेज हो गई है। शिवसेना ने इस गिरफ्तारी के बहाने बीजेपी पर तंज कसा है।
यह भी पढ़ेंः West Bengal Election 2021: मोदी के रथ को रोकने के लिए ममता का साथ देंगे ये कद्दावर नेता इस मामले पर संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में मोदी सरकार और केंद्रीय एजेंसियों पर निशाना साधा है। संजय राउत ने लिखा कि महाराष्ट्र सरकार ने वाजे का ट्रांसफर कर पूरे मामले की जांच एटीएस को सौंप दी थी।
उन्होंने आगे लिखा कि यह जांच चल ही रही थी कि केंद्र ने एनआईए को भेज दिया। यही नहीं राउत ने राष्ट्रीय एजेंसियों को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र के किसी भी मामले में टांग अड़ाने का मौका मिले तो एजेंसियां पीछे कैसे रह सकती हैं।
उन्होंने लिखा कि- वाजे की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी को जो आनंद मिला है, उसका वर्णन करने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। महाराष्ट्र में अस्थिरता बनाने की कोशिश
इस तरह केंद्रीय एजेंसी को तुरंत जांच के लिए भेज देना मुंबई पुलिस को हतोत्साहित करना और महाराष्ट्र में अस्थिरता बनाने जैसा है।
इस तरह केंद्रीय एजेंसी को तुरंत जांच के लिए भेज देना मुंबई पुलिस को हतोत्साहित करना और महाराष्ट्र में अस्थिरता बनाने जैसा है।
मुंबई पुलिस पेशेवर और सक्षम है और उस पर दवाब नहीं डाला जा सकता। यह भी पढ़ेंः West Bengal Election 2021: टीएमसी में शामिल होते ही यशवंत सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी, ये है दीदी की रणनीति इसलिए हुए वाजे के खिलाफ साजिश
राउत ने सामाने में लिखा कि- कुछ महीने पहले वाजे ने रायगढ़ पुलिस की मदद से बीजेपी के ‘महंत’ एक टीवी पत्रकार (अर्नब गोस्वामी )को अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में गिरफ्तार किया था।
राउत ने सामाने में लिखा कि- कुछ महीने पहले वाजे ने रायगढ़ पुलिस की मदद से बीजेपी के ‘महंत’ एक टीवी पत्रकार (अर्नब गोस्वामी )को अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में गिरफ्तार किया था।
इस गिरफ्तारी के बाद से वाजे बीजेपी और केंद्र की हिटलिस्ट में थे। आपको बता दें सचिन वाजे 14 मार्च से लेकर 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में रहेंगे। उधर हाईकोर्ट ने सचिन वाजे की याचिका को स्वीकार कर लिया है लेकिन सुनवाई की तारीख को अभी स्पष्ट नहीं किया है।