शहर में अब तक 14 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले
शहर में कोरोना संक्रमण की चपेट अभी तक 14 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं। इनमें से 12 हजार से अधिक मरीज उपचार लेने के बाद ठीक हो चुके हैं, लेकिन ठीक होने के कुछ दिन या एक 1 से 2 महीने बाद भी शारीरिक दुर्बलता व सांस लेने में आ रही तकलीफ से काफी लोग परेशान हो रहे हैं।
शहर में कोरोना संक्रमण की चपेट अभी तक 14 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं। इनमें से 12 हजार से अधिक मरीज उपचार लेने के बाद ठीक हो चुके हैं, लेकिन ठीक होने के कुछ दिन या एक 1 से 2 महीने बाद भी शारीरिक दुर्बलता व सांस लेने में आ रही तकलीफ से काफी लोग परेशान हो रहे हैं।
उपचार से पहले एंटीबॉडी टेस्ट व एंटीजन जांच
पोस्ट कोविड ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को उपचार से पहले एंटीबॉडी टेस्ट कराने की सलाह दी जाएगी, साथ ही साथ मौके पर मरीज का एंटीजन टेस्ट कर पता लगाया जाएगा कि संबंधित व्यक्ति वापस तो कोविड संक्रमित नहीं हो चुका है। साथ ही एंटीबॉडी टेस्ट कराने से पता चल सकेगा कि ठीक होने के बाद उसमें एंटीबॉडी का क्या स्तर है।
पोस्ट कोविड ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को उपचार से पहले एंटीबॉडी टेस्ट कराने की सलाह दी जाएगी, साथ ही साथ मौके पर मरीज का एंटीजन टेस्ट कर पता लगाया जाएगा कि संबंधित व्यक्ति वापस तो कोविड संक्रमित नहीं हो चुका है। साथ ही एंटीबॉडी टेस्ट कराने से पता चल सकेगा कि ठीक होने के बाद उसमें एंटीबॉडी का क्या स्तर है।
ठीक हो चुके संक्रमितों को ये आ रही परेशानी
कोविड उपचार लेने के बाद सैकड़ों मरीजों को किडनी, ब्लड प्रेशर, थायराइड, शुगर के साथ ही सांस लेने में तकलीफ होने के साथ ही मौसम सर्द होने के बाद नसों में खून का प्रवाह प्रभावित होने तक कि समस्या आ रही है।
कोविड उपचार लेने के बाद सैकड़ों मरीजों को किडनी, ब्लड प्रेशर, थायराइड, शुगर के साथ ही सांस लेने में तकलीफ होने के साथ ही मौसम सर्द होने के बाद नसों में खून का प्रवाह प्रभावित होने तक कि समस्या आ रही है।