Farmer Protest : एनसीपी प्रमुख शरद पवार और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने केंद्र को दी नसीहत

विदेशी हस्तियों के ट्वीट के जवाब में अभियान पर विवाद।
सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर का समर्थन करने के लिए इस्तेमाल पर उठाए सवाल।

<p>केंद्र सरकार को महान हस्तियों का सहारा नहीं लेना चाहिए।</p>
नई दिल्ली। भारत में जारी किसान आंदोलन को लेकर विदेशी हस्तियों की ओर से दी गई टिप्पणी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने देश के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने केंद्र सरकार को नसीहत दी है। दोनों ने कहा है कि केंद्र सरकार के आंदोलनरत किसानों के समर्थन में ट्वीट करने वाली विदेशी हस्तियों पर पलटवार करने के लिए लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को मैदान में नहीं उतारना चाहिए था।
दूसरे क्षेत्र में बयान देने से बचना चाहिए

एनसीपी चीफ शरद पवार ने इस मामले के कहा है कि सचिन तेंदुलकर को बयान देने से पहले सोचना चाहिए था। उन्हें टिप्पणी करने से बचना चाहिए था। यदि आप अपना क्षेत्र छोड़ना चाहते हैं और किसी अन्य क्षेत्र के बारे में बात करना चाहते हैं तो आपको अधिक सावधान रहना चाहिए।
ट्रंप के समर्थन में मोदी का नारा भी सही नहीं

वहीं मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि अगर अमरीकी गायिका रिहाना और अन्य हस्तियों का नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करना भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने जैसा था, तो डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा भी परेशानी भरा था। इन बातों को ध्यान में रख्ते हुए केंद्र को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को कृषि कानूनों के समर्थन में ट्वीट करने के लिए इस्तेमाल नहीं कहना चाहिए था। न ही उनकी प्रतिष्ठा को दाव पर नहीं लगाना चाहिए था।
बता दें कि कुछ दिनों पहले किसान आंदोलन को लेकर हॉलीवुड एक्ट्रेस रिहाना और स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और पॉर्न स्टार मिया खलीफा समर्थन में ट्विट किया था। जवाब में भारत की कई मशहूर हस्तियों ने भी ट्वीट किए और संकेतों में विदेशियों को भारत के अंदरूनी मामलों से दूर रहने की हिदायत दी।
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