राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, बोले- अन्नदाता की शहादत से नहीं, ट्रैक्टर रैली से शर्मिंदा मोदी सरकार

किसान आंदोलन के बीच Rahul Gandhi का केंद्र हमला
अन्नदाता की शहादत से नहीं, ट्रैक्टर रैली से शर्मिंदा मोदी सरकार
लंबे समय से मोदी सरकार से ट्वीट के जरिए रोजाना सवाल पूछ रहे हैं राहुल

<p>कांग्रेस नेता राहुल गांधी</p>
नई दिल्ली। किसान आंदोलन ( Kisan Andolan ) के बीच एक बार फिर कांग्रेस ने मोदी सरकार ( Modi Govt )को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ( Rahul Gandhi )ने सीधे प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार अन्नदाता की शहादत से नहीं लेकिन ट्रैक्टर रैली से शर्मिंदा हो रही है।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन के बीच कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। किसानों मांगों पर सरकार के रवैये को लेकर भी कांग्रेस कई बार मोदी सरकार पर निशाना साध चुकी है। वहीं हाल में सुप्रीम कोर्ट ने इस विवाद का हल निकालने के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। हालांकि इस कमेटी सदस्यों को लेकर भी राहुल गांधी सवाल खड़े कर चुके हैं।
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https://twitter.com/RahulGandhi/status/1349238319415054338?ref_src=twsrc%5Etfw
किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी ने एक बा फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल ने ट्वीट कर लिखा- 60 से ज़्यादा अन्नदाता की शहादत से मोदी सरकार शर्मिंदा नहीं हुई लेकिन ट्रैक्टर रैली से इन्हें शर्मिंदगी हो रही है!
दरअसल पिछले कई दिनों से रोजाना राहुल गांदी ट्वीट के जरिए मोदी सरकार को घेर रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान भी वे कई ट्वीट सरकार के खिलाफ कर चुके हैं। इस ट्वीट के जरिए वे सरकार से सीधे सवाल भी करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के किसान आंदोलन पर समिति बनाने के फैसले को लेकर भी राहुल गांधी ने सवाल उठाए थे। राहुल गांधी ने कहा था कि क्या कृषि कानूनों का समर्थन करने वालों से न्याय की उम्मीद की जा सकती है?
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने जिन चार सदस्यों की टीम का गठन किया है वे सभी नए कानून के समर्थक हैं। ऐसे में राहुल गांधी ने सवाल किया है कि जब जांच करने वालों की विचारधारा पहले ही कानून के समर्थन में है तो ऐसे में विवाद का निष्पक्ष हल कैसे निकलेगा?
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उन्होंने ट्वीट किया- ‘क्या कृषि-विरोधी क़ानूनों का लिखित समर्थन करने वाले व्यक्तियों से न्याय की उम्मीद की जा सकती है? ये संघर्ष किसान-मजदूर विरोधी कानूनों के खत्म होने तक जारी रहेगा। जय जवान, जय किसान!’
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