कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत आज यानी सोमवार (1 मार्च) से हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है। इधर, अब सियासत भी शुरू हो गई है। कोरोना वैक्सीन पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस कोरोना टीका से दूरी बना रही है। कांग्रेसी नेता वैक्सीन नहीं लगवाने को लेकर अजीबो-गरीब और बचकाना बयान दे रहे हैं।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने वैक्सीन न लगवाने को लेकर ऐसा ही एक बचकाना बयान दिया है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि उनकी आयु 70 साल की हो गई है.. अब वे 10-15 साल बचेंगे.. इसलिए युवाओं को टीका लगाया जाए।
खड़गे से जब कोरोना टीका लगवाए जाने के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी उम्र 70 से अधिक हो गई है। कोरोना वैक्सीन उन युवाओं को देना चाहिए जिनके पास जीने के लिए लंबा जीवन है.. मेरे पास तो जीने के लिए बस 10-15 साल बचे हैं। बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 60 साल से अधिक वायुवर्ग के लोगों और गंभीर बीमार से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
निजी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन के देने होंगे पैसे
आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत दूसरे चरण में निजी अस्पतालों को भी सहभागी बनाया गया है। लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना टीका लगवाने पर आपको पैसे चुकाने पड़ेंगे। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि एक मार्च से होने वाला टीकाकरण दस हजार सरकारी और 20 हजार प्राइवेट सेंटरों पर हो सकेगा। सरकारी सेंटर्स पर वैक्सीन मुफ्त में लगेगी, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में पैसे देने पड़ेंगे। उन्होंने कहा जो लोग प्राइवेट अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन लगवाना चाहेंगे, उन्हें पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
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बता दें कि निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने पर आपको 250 रुपये चुकाने पड़ेंगे। हालांकि, जावड़ेकर ने कहा है कि अस्पतालों और मैन्युफैक्चरर्स से बात करने के बाद आने वाले दो-तीन दिनों में प्राइवेट सेंटर पर लगने वाले पैसों के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय फैसला ले लेगा।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके अधिकांश सहयोगी (मंत्री) अपने टीकों का भुगतान करेंगे। मालूम हो कि 16 जनवरी से भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। अब तक एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाया जा चुका है। पहले चरण में प्राथमिकता के आधार पर पहले स्वास्थ्यकर्मियों, हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स आदि को टीका लगाया गया। 20 फरवरी तक तय समूहों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 75 फीसदी हेल्थ वर्कर्स को टीका का पहला डोज लगाया जा चुका है।