अब राजस्थान में भी कांग्रेस विधायकों के असंतोष के कारण सियासी संग्राम मचा हुआ है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के एक बयान ने अब सबकी नजरें छत्तीसगढ़ पर टिका दी हैं।
क्लर्क ने शख्स को गलती से थमाया दूसरा टिकट, फिर खुल गई 15 करोड़ की लॉटरी, जानें फिर क्या हुआ मध्यप्रदेश में सरकार गंवाने के बाद राजस्थान में कांग्रेस सियासी संग्राम से जूझ रही है। इस बीच छत्तीसगढ़ से भी कांग्रेस को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता के बयान ने घमासान मचा दिया है।
दरअसल राजस्थान, मध्य प्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हुए थे और तीनों ही राज्यों में सत्ताधारी दल बीजेपी को हार और कांग्रेस को जीत मिली थी। लेकिन अब ये तीनों ही राज्य कांग्रेस के हाथ खिसकते नजर आ रहे हैं।
चीन को लेकर अमरीका उठाने जा रहा अब तक का सबसे बड़ा कदम, जानें भारत को कैसे होगा फायदा छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने एक बयान दिया है। पूर्व मंत्री बृजमोहन ने कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह ही छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस विधायकों में असंतोष है।
इसके चलते ही आनन फानन में 15 संसदीय सचिवों की नियुक्ति की गई है। निगम मंडलों में भी नियुक्तियों की कवायद की जा रही है। यह मध्यप्रदेश और राजस्थान का असर है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस के विधायकों में बहुत ज्यादा असंतोष है। बीजेपी नेता के इस बयान ने सियासी घमासान शुरू कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पटलवार करते हुए कहा है कि बीजेपी और बृजमोहन अग्रवाल नीलामी करने बैठे हैं।
सिंह ने कहा कि इतना पैसा आ गया है भाजपा और बृजमोहन जी के पास कि वह जिस तरह से नीलामी होती है नीलामी करने बैठे हैं। हालांकि राजस्थान को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंह ने कहा कि वह राजस्थान के प्रभारी नहीं हैं और वह जयपुर भी नहीं गए हैं, इसलिए उन्हें वहां के बारे में कोई जानकारी नहीं है।