दरअसल सुशील कुमार मोदी बिहार के पहले ऐसे बीजेपी नेता होंगे जो चारों सदनों का सफर तय करेंगे। वहीं बिहार के ऐसे तीसरे नेता बन जाएंगे जो चारों सदन तक सफर कर चुके हैं।
किसान आंदोलन के बीच बीजेपी सांसद सनी देओल ने इनको लगाई लताड़, सिद्धू को लेकर भी दे डाली सफाई राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के विधिवत निर्वाचित होने की घोषणा 7 दिसंबर को की जानी है। सुशील मोदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध उपचुनाव के विजेता घोषित कर दिए जाएंगे। इस घोषणा के साथ ही सुशील कुमार मोदी अपने नाम एक रिकॉर्ड भी कर लेंगे।
सुशील मोदी विधानसभा, लोकसभा और विधान परिषद के बाद अब राज्यसभा के सदस्य बनने वाले बिहार के पहले बीजेपी नेता होंगे जो ये चारों सदन का सफल तय करेंगे। हालांकि बिहार में सुशील कुमार मोदी ऐसे अकेले नेता नहीं हैं, उनसे पहले अन्य राजनीतिक दल के नेता ये काम कर चुके हैं।
ये दो दिग्गज बना चुके रिकॉर्ड
सुशील कुमार मोदी से पहले बिहार को दो दिग्गज नेता भी ये रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। इनमें पहले राष्ट्रीय जनता दल के चीफ लालू प्रसाद यादव हैं जिन्होंने चारों सदनों का सफर तय किया है।
सुशील कुमार मोदी से पहले बिहार को दो दिग्गज नेता भी ये रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। इनमें पहले राष्ट्रीय जनता दल के चीफ लालू प्रसाद यादव हैं जिन्होंने चारों सदनों का सफर तय किया है।
लालू प्रसाद यादव 1977 में लोकसभा के सदस्य बनें फिर वर्ष 1980 में विधानसभा और 1990 में विधान परिषद और 2002 में राज्यसभा के सदस्य बने थे। वहीं दूसरे दिग्गज हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि। नागमणि भी चार सदनों के सदस्य रह चुके हैं। नागमणि 1977 में विधानसभा सदस्य बने, वहीं 1995 में राज्यसभा के सदस्या ग्रहण की जबकि वर्ष 1999 में लोकसभा और 2006 में विधान परिषद के सदस्य बनने का अवसर इन्हें प्राप्त हुआ।
सुशील कुमार मोदी की पॉलिटिकल जर्नी
बीजेपी को बिहार में मजबूती देने वाले सुशील कुमार मोदी की पॉलिटिकल जर्नी की बात करें तो 1990 में पहली बार उन्होंने पटना सेंट्रल विधानसभा में जगह बनाई। आपको बता दें कि पटना सेन्ट्रल अब कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है।
बीजेपी को बिहार में मजबूती देने वाले सुशील कुमार मोदी की पॉलिटिकल जर्नी की बात करें तो 1990 में पहली बार उन्होंने पटना सेंट्रल विधानसभा में जगह बनाई। आपको बता दें कि पटना सेन्ट्रल अब कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है।
विधायक रहते हुए ही सुशील कुमार मोदी वर्ष 2004 में भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी चुने गए। हालांकि एक साल बाद ही 2005 में बिहार में बीजेपी विधानमंडल दल के नेता चुने जाने के बाद इन्होंने लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे डाला और विधान परिषद के सदस्य बन गए।
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7 दिसंबर को निर्विरोध राज्य सभा सीट के लिए निर्वाचित होकर अब सुशील कुमार मोदी राज्य सभा की सदस्यता भी ग्रहण कर लेंगे और बना लेंगे अपने नाम बिहार बीजेपी का अनूठा रिकॉर्ड।
7 दिसंबर को निर्विरोध राज्य सभा सीट के लिए निर्वाचित होकर अब सुशील कुमार मोदी राज्य सभा की सदस्यता भी ग्रहण कर लेंगे और बना लेंगे अपने नाम बिहार बीजेपी का अनूठा रिकॉर्ड।