चश्मा और पार्टी भाई के हवाले
उन्होंने कहा कि मैं दो दिन बाद सारे इस्तीफे लेकर दिल्ली तिहाड़ जेल जाऊंगा और वहां ओमप्रकाश चौटाला को इस्तीफे सौपूंगा और दिखाऊगा इसे पार्टी कहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं इनेलो पार्टी और चश्मा अपने भाई बिल्लू अभय चौटाला को सौंपता हूं क्योंकि वो मेरा अजीज है।
नई पार्टी का होगा आगाज
उन्होंने अभय चौटाला को नसीहत देते हुए कहा कि पार्टी को वे संभाल कर रखें। अजय ने कहा कि हम 9 दिसंबर को समस्त हरियाणा सम्मेलन करेंगे जिसमें कानूनी तौर पर नई पार्टी का ऐलान किया जाएगा। पार्टी का झंडा और चुनाव निशान नया होगा।
अब दोनों भाइयों अजय सिंह चौटाला और अभय सिंह चौटाला की राहें जुदा हो गईं। हरियाणा का मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल दो फाड़ हो गया है। इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के दोनों पुत्र अलग-अलग पार्टी में रहेंगे। इंडियन नेशनल लोकदल पर हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला का कब्जा रहेगा जींद की धरती चौधरी देवीलाल परिवार के लिए सियासी तौर पर संघर्ष स्थली रही है। इस धरती ने देवीलाल परिवार को हर मुसीबत के समय राजनीतिक ऑक्सीजन दी है। 1986 में कांग्रेस की बंसीलाल सरकार के खिलाफ चौधरी देवीलाल ने न्याय युद्ध जींद से शुरू किया था।
1987 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता दल—भाजपा गठबंधन को 90 में से 85 सीटें मिली थी। तब से इनेलो जींद जिले से ही अपना चुनावी मिशन शुरू करता रहा है। इसीलिए अब अजय चौटाला ने परिवार में छिड़ी रार के बीच जींद से ही नई राजनीतिक पारी शुरू करने का ऐलान किया है।
अभय चौटाला के संग 13 विधायक आए
अभय चौटाला खेमे की चंडीगढ़ हरियाणा पंचायत भवन में बैठक हुई तो अजय चौटाला गुट की बैठक जींद में हुई। अभय चौटाला के साथ 13 विधायक और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्दय रहे। दूसरी ओर इनेलो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंतराम तंवर और राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी बांगड़ भी अजय व दुष्यंत चौटाला के समर्थन में आ गए।
अजय चौटाला की बैठक में इनेलो के कई प्रदेश प्रकोष्ठों के पदाधिकारी पूर्व विधायक और जिला अध्यक्ष व पदाधिकारी आए। बैठक में नैना चौटला सहित तीन विधायक भी मौजूद हैं। सांसद दुष्यंत ने कहा हम जोड़ते रहे और वह तोड़ते रहे। हम मिलते रहे फिर भी वे धमकाते रहे। अब वक्त आ गया है करारा जवाब दिया जाए और कार्यकर्ताओं के अपमान का बदला लिया जाए।