ताजा मामला आप सांसद संजय सिंह ( Sanjay Singh ) का सामने आया है। संजय सिंह ने दावा किया है की उत्तर प्रदेश में बीजेपी और असदुद्दीन की पार्टी एआईएमआईएम के बीच गठबंधन हो गया है।
और सख्त हुए ट्रैफिक नियम, कार की पिछली सीट पर भी लगाना होगा बेल्ट, बाइक के लिए भी आए नए नियम आपको बता दें कि इससे पहले शनिवार को अपने सामने के एडिशन में शिवसेने भी बीजेपी और ओवैसी के बीच रिश्तों पर तंज कसा है। शिवेसना ने निशाना साधते हुए कहा कि, मुस्लिम वोट काटकर बीजेपी को फायदा हो, इसके लिए ही मियां ओवैसी की हलचल बनी रहती है।
यूपी की प्रमुख पार्टियों बीजेपी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के अलावा इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) भी अपना दम भरने के लिए यूपी चुनाव में हुंकार भरने की तैयारी कर रही है।
आप लगातार सत्ताधारी बीजेपी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमलावर है। इसी कड़ी में अब सांसद संजय सिंह ने दावा किया है कि यूपी चुनाव के लिए बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच गठबंधन हो गया है।
सिंह ने सीएम योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी मंच पर एक दूसरे के विरुद्ध हुंकार भरते हैं और परदे के पीछे प्यार करते हैं।
दो चुनाव लड़ेगी एआईएमआईएम
उन्होंने कहा कि अब यूपी में दो एआईएमआईएम चुनाव लड़ेंगी, एक AIMIM योगी और एक AIMIM ओवैसी के नेतृत्व में। बीजेपी पॉलिटिकल एजेंट हैं ओवैसी
शिवसेना ने बीजेपी को घेरते हुए अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा है- बीजेपी की ओर से ओवैसी साहब की पोल खोल दिए जाने से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है।
उन्होंने कहा कि अब यूपी में दो एआईएमआईएम चुनाव लड़ेंगी, एक AIMIM योगी और एक AIMIM ओवैसी के नेतृत्व में। बीजेपी पॉलिटिकल एजेंट हैं ओवैसी
शिवसेना ने बीजेपी को घेरते हुए अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा है- बीजेपी की ओर से ओवैसी साहब की पोल खोल दिए जाने से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है।
ओवैसी मियां की ‘AIMIM’ मुसलमानों की तारणहार नहीं बल्कि बीजेपी का अंगवस्त्र है, ऐसी शंका लोगों को थी ही. लेकिन बीजेपी के प्रमुख नेता साक्षी ने अब डंके की चोट पर कहा है, ‘हां, मियां ओवैसी बीजेपी के ही पॉलिटिकल एजेंट हैं और ओवैसी की सहायता से ही हम चुनाव जीतते रहते हैं।’
वॉट्सऐप यूजर्स के लिए आई अच्छी खबर, हर तरफ विरोध होने के बाद कंपनी ने उठाया बड़ा कदम, अब नहीं होगा आपका अकाउंट बंद आपको बता दें कि बिहार में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में बीजेपी और एआईएमआईएम की दोस्ती को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं।