पीलीभीत में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में रखे गए कूड़ादान में प्रधान और सचिवों ने कूड़ेदान के नाम पर सरकारी धनराशि का दुरुपयोग किया। तत्कालीन डीएम ने जांच कराई जिसमें जिले के 164 ग्राम पंचायतों में ग्राम निधि-एक कूड़ेदानों के नाम पर गबन पाया गया था। इसमें 164 प्रधान और 40 सचिवों पर गबन की धनराशि निर्धारित कर रिकवरी के लिए नोटिस जारी कर दी थी, इसमें 22 ग्राम पंचायतों ने मयव्याज सहित धनराशि जमा कर दी थी, पर शेष 142 ने अभी तक जमा नहीं की है। इस पर मौजूदा डीएम पुलकित खरे ने सख्ती दिखाते हुए सभी ग्राम प्रधानों को अंतिम नोटिस जारी करते हुए एक हफ्ते में गबन की धनराशि जमा करने के निर्देश दिए।
कठोर कार्रवाई की जाएगी : डीएम डीएम पुलकित खरे ने बताया कि अगर एक हफ्ते में गबन की धनराशि जमा नहीं करते हैं तो पंचायत राज एक्ट मैनुअल की धारा 5 (क) के तहत सम्बंधित ग्राम प्रधानों को आगामी पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान पद या किसी भी प्रकार के ग्राम सदस्य का चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी।