विशिष्ट योग: आज सूर्योदय से प्रात: ९.५१ तक राजयोग शुभ योग तथा द्विपुष्कर शुभाशुभ योग है। द्विपुष्कर नामक योग में कोई भी शुभ या अशुभ या लाभ-हानि का कोई कार्य हो तो वैसा ही कार्य एक बार और होता है। श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: ८.१७ से दोपहर १२.१४ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद १.३३ से अपराह्न २.५२ तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं। दोपहर ११.५३ से १२.३५ तक अभिजित श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक कार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। राहुकाल: सायं ४.३० बजे से सायं ६.०० बजे तक राहुकाल वेला में शुभ कार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
विशिष्ट योग: आज सूर्योदय से प्रात: ९.५१ तक राजयोग शुभ योग तथा द्विपुष्कर शुभाशुभ योग है। द्विपुष्कर नामक योग में कोई भी शुभ या अशुभ या लाभ-हानि का कोई कार्य हो तो वैसा ही कार्य एक बार और होता है। श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: ८.१७ से दोपहर १२.१४ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद १.३३ से अपराह्न २.५२ तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं। दोपहर ११.५३ से १२.३५ तक अभिजित श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक कार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। राहुकाल: सायं ४.३० बजे से सायं ६.०० बजे तक राहुकाल वेला में शुभ कार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।