Amarnath yatra 2021: कोरोना के कारण लगातार दूसरे साल भी रद्द, ऑनलाइन होंगे दर्शन

अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने जारी किया बयान…

<p>Amarnath Yatra 2021</p>
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा अप्रैल 2021 में अमरनाथ यात्रा Amarnath Yatra 2021 के लिए जारी पंजीकरण की प्रकिया अस्थायी तौर पर बंद कर दिए जाने के बाद कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के संदेह को देखते हुए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इस साल 2021 में भी अमरनाथ यात्रा Amarnath Yatra 2021 को रद्द करने का फैसला ले लिया है। ज्ञात हो कि इससे पहले साल 2020 में भी महामारी के कारण तीर्थयात्रा रद्द कर दी गई थी।
सामने आ रही सूचना के अनुसार इस बार यानि 2021 महामारी के चलते जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा Amarnath Yatra को इस बार सांकेतिक रखने का निर्णय लिया है। वहीं श्रद्धालु 28 जून से ऑनलाइन दर्शन online darshan कर पाएंगे। जबकि श्री अमरनाथ छड़ी मुबारक 22 अगस्त को गुफा में ले जाया जाएगा।
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अमरनाथ श्राइन बोर्ड Amarnath Shrine Board ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने यात्रा रद्द करने का फैसला किया है।

बोर्ड के अनुसार पवित्र गुफा में सभी पारंपरिक धार्मिक कर्मकांड पहले की तरह ही किए जाएंगे। वहीं श्रद्धालु बाबा बर्फानी के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे। दरअसल बयान में कहा गया है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड Amarnath Shrine Board दुनियाभर में श्रद्धालुओं के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था करेगा।

इस साल अमरनाथ तीर्थयात्रा Pilgrimage Trips के संबंध में पूछे जाने पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा- ‘‘मैं पहले ही कह चुका हूं कि लोगों की जान बचाना ज्यादा जरूरी है कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए हम जल्द ही फैसला करेंगे, शायद कल तक।’’

जानकारी के अनुसार उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने सोमवार को अधिकारियों को ऐसी तैयारियां करने के निर्देश दिए, जिससे श्रद्धालु गुफा मंदिर में होने वाली सुबह और शाम की आरती में डिजिटल तरीके से शामिल हो सकें।

https://youtu.be/ID4Hrn_EE9M

सिन्हा ने कहा कि इससे वे शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे और यात्रा से और संक्रमण की चपेट में आने से भी बच सकेंगे।

बताया जाता है कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्यों के साथ विचार विमर्श के बाद धार्मिक कार्यक्रम को सांकेतिक रखने का निर्णय लिया गया है। जिसके अनुसार सभी परंपरागत धार्मिक अनुष्ठान पहले की ही तरह होंगे। ज्ञात हो कि यह यात्रा 28 जून से शुरू होकर 22 अगस्त तक चलनी थी।

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