स्कूल के बच्चों से शेयर करेंगे अनुभव
मूर्तिकार अंकित पटेल ने कहा कि सिम्पोजियम के बाद बच्चों के लिए 14 दिवसीय कैम्प भी आयोजित किया जाएगा। इस कैम्प में 10 स्कूलों के 30० से ज्यादा स्टूडेंट शामिल होंगे। इस कैम्प की बची हुई सामग्री का उपयोग कर बच्चे स्क्रेप फॉरेस्ट का एक स्थाई इंस्टॉलेशन बनाएंगे। रीड्यूस, रीयूज व रीपरपज के सिद्धांतों पर आधारित सस्टेनेबल जीवनशैली को बढ़ावा देना इस इंस्टालेशन का मुख्य उद्देश्य है। गुजरात के सन्नी श्रीधर ने बताया कि राजस्थान का मौसम स्क्रेप आर्ट के बेहद अनुकूल है क्यों कि यहां का मौसम शुष्क है, जिससे मेटल का करोजन नहीं होता और आर्ट वर्क अधिक समय तक बने रहते हैं। प्रफुल सिंह ने बताया कि सिम्पोजियम के दौरान वे रॉड एवं पाईप जैसे स्क्रेप मैटेरियल का उपयोग कर इंडियन राइनोसरस का इंस्टॉलेशन बनाएंगे। हंसराज चित्रभूमी ने कहा कि उन्हें स्क्रेप में वेस्ट नहीं बल्कि कला दिखाई देती है। हंसराज ने आगे बताया कि सिम्पोजियम में आर्ट इंस्टालेशन बनाने के लिए उन्होंने होटल के विभिन्न वेन्यूज से 1 टन से अधिक स्क्रेप इक_ा किया है। इस सिम्पोजियम में फाइन आट्र्स के स्टूडेंट भी हिस्सा लेकर स्क्रेप से कलाकृतियां बनाना सीखेंगे।
मूर्तिकार अंकित पटेल ने कहा कि सिम्पोजियम के बाद बच्चों के लिए 14 दिवसीय कैम्प भी आयोजित किया जाएगा। इस कैम्प में 10 स्कूलों के 30० से ज्यादा स्टूडेंट शामिल होंगे। इस कैम्प की बची हुई सामग्री का उपयोग कर बच्चे स्क्रेप फॉरेस्ट का एक स्थाई इंस्टॉलेशन बनाएंगे। रीड्यूस, रीयूज व रीपरपज के सिद्धांतों पर आधारित सस्टेनेबल जीवनशैली को बढ़ावा देना इस इंस्टालेशन का मुख्य उद्देश्य है। गुजरात के सन्नी श्रीधर ने बताया कि राजस्थान का मौसम स्क्रेप आर्ट के बेहद अनुकूल है क्यों कि यहां का मौसम शुष्क है, जिससे मेटल का करोजन नहीं होता और आर्ट वर्क अधिक समय तक बने रहते हैं। प्रफुल सिंह ने बताया कि सिम्पोजियम के दौरान वे रॉड एवं पाईप जैसे स्क्रेप मैटेरियल का उपयोग कर इंडियन राइनोसरस का इंस्टॉलेशन बनाएंगे। हंसराज चित्रभूमी ने कहा कि उन्हें स्क्रेप में वेस्ट नहीं बल्कि कला दिखाई देती है। हंसराज ने आगे बताया कि सिम्पोजियम में आर्ट इंस्टालेशन बनाने के लिए उन्होंने होटल के विभिन्न वेन्यूज से 1 टन से अधिक स्क्रेप इक_ा किया है। इस सिम्पोजियम में फाइन आट्र्स के स्टूडेंट भी हिस्सा लेकर स्क्रेप से कलाकृतियां बनाना सीखेंगे।