जेकेके के पास 1880 कलाकारों की लिस्ट जानकारी के मुताबिक जवाहर कला केन्द्र ने पिछले दिनों एक गूगल फॉर्म तैयार किया था, जिसके जरिए प्रदेशभर के आर्टिस्ट्स का डाटा तैयार किया गया था। इस प्रोजेक्ट के तहत 1880 कलाकारों ने इस फॉर्म को भरकर रजिस्टर किया था। विभाग के सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार के पास एकमात्र यही एक लिस्ट है, जिसमें कलाकारों की जानकारी है। ऐसे में इन्हीं कलाकारों को वित्तीय सहायता देने की प्लानिंग चल रही है। जानकारी के अभाव में बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, नागौर सहित अन्य जिलों में बसे लोक कलाकारों ने इस फॉर्म को नहीं भरा, ऐसे में उन्हें यह सहायता मिलना मुश्किल माना जा रहा है।
लुप्त होती कलाओं को दे संरक्षण जाजम फाउंडेशन के संस्थापक विनोद जोशी ने बताया कि प्रदेशभर में ऐसे कई कलाकार है, जो लुप्त होती कलाओं को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इन कलाओं के संरक्षण की जिम्मेदारी सरकार है। सरकार ने कलाकारों को आर्थिक सहयोग देने का निर्णय सही लिया है, लेकिन सिर्फ दो हजार कलाकारों का चयन करना ही काफी नहीं होगा। सही मायने में 20 हजार से अधिक तो लंगा-मांगणियार है। ऐसे में अन्य विधाओं के कलाकारों को किस तरह यह सहायता मिलेगी। सरकार को इस समय सभी तरह के कलाकारों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।