यह नुकसान बहुत बड़ा है
फैशन डिजाइनर पल्लवी जयपुर कहती हैं कि मार्च में पूरा समर कलेक्शन तैयार था, कई ऑर्डर भी मिल चुके थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण पूरा माल ऐसे के ऐसे रह गया। फिर जिस तरह से स्थिति बन रही हैं, कोई उम्मीद नहीं की जा सकती कि डिजाइनर आउटफिट्स की खरीदारी होगी। लोगों की प्राथमिकताएं बदल जाएंगी। हमारे लिए एक चुनौती यह भी है कि प्रोडक्शन से जुड़े सारे खर्चे वहीं हैं, लेकिन इंकम एक रूपए की भी नहीं हो रही, ऐसे में सरवाइव करना ही बहुत मुश्किल है। कई ऑर्डर कैंसल हो गए हैं।
समर कलेक्शन पर चोट
फैशन डिजाइनर रोहित कामरा कहते हैं कि फैशन शो स्थगित हो गए हैं, इंडिया फैशन वीक में इस बार अपना कलेक्शन लॉन्च करने वाला था। कलेक्शन को लेकर पूरी तैयारियां हो चुकी थी, लेकिन अब नुकसान उठाना पड़ेगा। हालांकि मैं अपने काम को लेकर हमेशा पॉजिटिव रहता हूं, लेकिन लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए लग रहा है, कि आने वाले छह-सात महीने बेहद चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं, क्योंकि लोगों के लिए डिजाइनर आउटफिट्स खरीदना लास्ट प्रायोरिटी हो जाएगी। हम तो यहीं उम्मीद कर रहे हैं कि विंटर सीजन अच्छा निकलें।
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हम एक सीजन पीछे चले गए हैं
फै शन डिजाइनर हिम्मत सिंह कहते हैं कि हम एक सीजन पीछे चले गए हैं, सबकुछ अटक सा गया है। हर किसी की सिचुएशन एक जैसी है। जिनको क्रेडिट पर माल दिया हुआ है, उनसे इनकमिंग की उम्मीद अभी कम है। नया माल बन चुका है। बने-बनाए प्रोजेक्ट्स खराब हो गए हैं, यहां तक की वेडिंग्स पोस्टपोन होने के बाद अब कुछ नहीं कहा जा सकता कि आगे कितना माल बिकेगा।
एक हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान
बिजनेसमैन रमेश नारनोली बताते हैं कि विंटर और समर सीजन एथनिक आउटफिट्स का सबसे बड़ा सीजन होता है। समर सीजन शुरू ही हुआ था, उससे पहले ही मार्केट बंद हो गया। ऐसे में समर कलेक्शन का भारी नुकसान देखने में आ रहा है। शहर में यह नुकसान एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है। शोरूम्स में नया कलेक्शन आ चुका है, ऐसे में इसकी भरपाई बहुत ही मुश्किल है। समर वेडिंग पोस्टपोन हो गई हैं। अब तो लॉकडाउन खुलने के बाद भी बाजार संभलने की उम्मीद नजर नहीं आती।
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फैशन डिजाइनर पल्लवी जयपुर कहती हैं कि मार्च में पूरा समर कलेक्शन तैयार था, कई ऑर्डर भी मिल चुके थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण पूरा माल ऐसे के ऐसे रह गया। फिर जिस तरह से स्थिति बन रही हैं, कोई उम्मीद नहीं की जा सकती कि डिजाइनर आउटफिट्स की खरीदारी होगी। लोगों की प्राथमिकताएं बदल जाएंगी। हमारे लिए एक चुनौती यह भी है कि प्रोडक्शन से जुड़े सारे खर्चे वहीं हैं, लेकिन इंकम एक रूपए की भी नहीं हो रही, ऐसे में सरवाइव करना ही बहुत मुश्किल है। कई ऑर्डर कैंसल हो गए हैं।
समर कलेक्शन पर चोट
फैशन डिजाइनर रोहित कामरा कहते हैं कि फैशन शो स्थगित हो गए हैं, इंडिया फैशन वीक में इस बार अपना कलेक्शन लॉन्च करने वाला था। कलेक्शन को लेकर पूरी तैयारियां हो चुकी थी, लेकिन अब नुकसान उठाना पड़ेगा। हालांकि मैं अपने काम को लेकर हमेशा पॉजिटिव रहता हूं, लेकिन लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए लग रहा है, कि आने वाले छह-सात महीने बेहद चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं, क्योंकि लोगों के लिए डिजाइनर आउटफिट्स खरीदना लास्ट प्रायोरिटी हो जाएगी। हम तो यहीं उम्मीद कर रहे हैं कि विंटर सीजन अच्छा निकलें।
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हम एक सीजन पीछे चले गए हैं
फै शन डिजाइनर हिम्मत सिंह कहते हैं कि हम एक सीजन पीछे चले गए हैं, सबकुछ अटक सा गया है। हर किसी की सिचुएशन एक जैसी है। जिनको क्रेडिट पर माल दिया हुआ है, उनसे इनकमिंग की उम्मीद अभी कम है। नया माल बन चुका है। बने-बनाए प्रोजेक्ट्स खराब हो गए हैं, यहां तक की वेडिंग्स पोस्टपोन होने के बाद अब कुछ नहीं कहा जा सकता कि आगे कितना माल बिकेगा।
एक हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान
बिजनेसमैन रमेश नारनोली बताते हैं कि विंटर और समर सीजन एथनिक आउटफिट्स का सबसे बड़ा सीजन होता है। समर सीजन शुरू ही हुआ था, उससे पहले ही मार्केट बंद हो गया। ऐसे में समर कलेक्शन का भारी नुकसान देखने में आ रहा है। शहर में यह नुकसान एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है। शोरूम्स में नया कलेक्शन आ चुका है, ऐसे में इसकी भरपाई बहुत ही मुश्किल है। समर वेडिंग पोस्टपोन हो गई हैं। अब तो लॉकडाउन खुलने के बाद भी बाजार संभलने की उम्मीद नजर नहीं आती।
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