ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट
यह गठबंधन में असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के साथ ही समाजवादी दल डेमोक्रेटिक, जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट और रालोसपा शामिल है। इस गठबंधन को ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट का नाम दिया गया है।
शिवसेना लड़ेगी चुनाव, उद्धव करेंगे प्रचार
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में आमने-सामने हो चुकी बिहार और महाराष्ट्र के सरकार के मुखिया अब चुनावी मैदान में भी आमने-सामने आएंगे। शिवसेना ने बिहार में चुनाव प्रचार करने वाले अपने 22 नेताओं की लिस्ट जारी कर दी है। इसमें उद्धव ठाकरे का नाम भी शामिल है। बिहार में शिवसेना का कोई बड़ा नेटवर्क नहीं है। इसके बावजूद शिवसेना का प्रयास होगा कि भाजपा-जदयू के वोट में सेंध लगाकर इस महागठबंधन को कैसे कमजोर किया जाए। इसके जरिए शिव सेना केंद्र की राजग और बिहार की नीतिश कुमार सरकार से हिसाब चुकता करना चाहती है। गौरतलब है कि सुशांत सिंह के मुद्दे को लेकर बिहार और महाराष्ट्र सरकार में तल्खिंया बढ़ गई थी।
फ्रंट के मुख्यमंत्री उम्मीदवार होंगे कुशवाहा
बिहार में चुनावी राजनीति के परवान पर चढऩे के दौरान ही तीसरा गठबंधन की घोषणा ने चुनावी मुकाबलों को दिलचस्प बना दिया है। इसे ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट नाम दिया गया है। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को इस गठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया गया है। गुरुवार को पटना में हुई इन सभी दलों की एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया गया।
देवेन्द्र यादव फ्रंट संयोजक
इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि इस फ्रंट के संयोजक देवेंद्र यादव होंगे और सभी दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।गौरतलब है कि देवेंद्र यादव की पार्टी के साथ असदुद्दीन ओवैसी ने पहले ही गठबंधन का ऐलान कर दिया था। महागठबंधन से अलग होने और एनडीएम में शामिल होने की नाकाम कोशिशों की बाद उपेंद्र कुशवाहा भी इसमें शामिल हो गए हैं।