पन्ना में निकाली ऐतिहासिक रथयात्रा, छतों से बरसे फूल

रथयात्रा महोत्सव: कोरोना गाइडलाइन के तहत हुए आयोजन में भी गजब का उत्साह, सुरक्षा चाक-चौबंद

<p>रथ में सवार होकर मौसी के घर घूमने निकले महाप्रभु, कोरोना नियमों के कारण आम लोगों को नहीं मिला मंदिर में प्रवेश</p>
पन्ना. नगर में ऐतिहासिक जगन्नाथ 169वीं रथयात्रा महोत्सव का मुख्य समारोह सोमवार से प्रारंभ हो गया। पहले दिन भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। लेकिन बीते वर्ष की तरह इस बार भी इसमें आम श्रद्धालु सम्मिलित हो पाए। बावजूद इसके नगरवासियों का उत्साह कम नहीं हुआ। नगर में जहां ये यात्रा निकली छतों पर खड़े श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा की। सोमवार को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शासन द्वारा तय की गई गाइडलाइन के अनुसार नगर में रथयात्रा शाम 4 बजे निकाली गई। रथयात्रा श्री जगदीश स्वामी मंदिर बड़ा दिवाला से प्रारंभ होकर लखूरन बाग के लिए निकली। भगवान जगन्नाथ मंदिर से गॉर्ड ऑफ ऑनर से शाम को शुरू होगी। पहला पड़ाव लखूरन बाग में होगा। रथयात्रा के पश्चात भगवान बलभद्र, बहन सुभद्रा के साथ यही रात्रि विश्राम करेंगे। रथयात्रा में प्रभारी मंत्री रामकिशोर कांवरे, खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, महारानी जीतेश्वरी देवी, कलेक्टर संजय कुमार मिश्र, एसपी धर्मराज मीणा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
युवराज ने निभाई राज परिवार की परंपरा
पन्ना महाराज राघवेंद्र सिंह का स्वास्थ्य खराब होने के कारण वे रथयात्रा में शामिल नहीं हुए। इसलिए उनके पुत्र राजा बहादुर छत्रसाल सिंह रथयात्रा में शामिल होकर राज परिवार की परंपरानुसार दायित्प निभाए। युवराज ने आरती बाद भगवान को मंदिर के गर्भग्रह से बाहर लाकर रथों में विराजमान कराया। युवराज ने चंवर डुलाने के बाद रथ को खींचकर ऐतिहासिक रथयात्रा का शुभारंभ किया।
आज चौपरा पहुंचेगी यात्रा
श्री जगदीश स्वामी रथयात्रा शुभार भ 12 जुलाई को श्री जगदीश स्वामी मंदिर से लखूरन बाग, 13 जुलाई को लखूरन बाग से चौपरा तक, 14 जुलाई को चौपरा से जनकपुर मंदिर तक पहुंचेगी। विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजन के उपरान्त 18 जुलाई को जनकपुर मंदिर से प्रस्थान कर चौपरा पहुंच कर विश्राम, 19 जुलाई को चौपरा से लखूरन बाग विश्राम तथा 20 जुलाई को लखूरन बाग से जगदीश स्वामी मंदिर तक पर परागत तरीके से रथयात्रा का आयोजन होगा।
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