आधी दुनिया बोलीं : महिला सशक्तीकरण व महिला हितों को समर्पित हो बजट

-जनता का बजट, जनता की अपेक्षा

<p>आधी दुनिया बोलीं : महिला सशक्तीकरण व महिला हितों को समर्पित हो बजट</p>
पाली। ‘आधी दुनिया’ भी केन्द्र व राज्य सरकार के बजट को लेकर काफी उत्साहित है। उनका मानना है कि बजट में महिला सशक्तीकरण को लेकर विशेष प्रावधान होने चाहिए।उनकी मानें तो बजट की तभी सार्थकता है, जब केन्द्र व राज्य के बजट से समाज में महिलाओं की स्थिति और बेहतर हो सके। साथ ही महिलाओं की अपेक्षा, उम्मीदों, आकांक्षाओं को बजट में तव्वजों मिलनी चाहिए। बजट को लेकर कपड़ा नगरी में महिलाओं से बाचतीत के अंश…
महिला हितों का हो पोषण
बजट में महिलाओं के सशक्तीकरण को लेकर विशेष प्रावधान होने चाहिए। केन्द्रीय व राज्य बजट में महिलाओं को विशेष अधिकार मिलने चाहिए। महिला हितों का पोषण करना वाला होना चाहिए बजट। –दीप्ति उदावत, महिला
महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके
केन्द्र व राज्य बजट में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रावधान होने चाहिए। महिलाओं को आर्थिक रूप से भी सक्षम बनाने के लिए बजट में कुछ ऐसे उपाय किए जाए, जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके। –पूर्णिमा गोस्वामी, महिला
महिला शिक्षा व स्वास्थ्य पर जोर
बजट में महिला शिक्षा और स्वास्थ्य का विषय प्रमुखता से होना चाहिए। सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहत्तर बनाने की जरूरत है। जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को राहत मिल सके। –रुकमणी बंसल, महिला
प्रोफेशनल शिक्षा हो
आर्थिक रूप से कमजोर घरों की लड़कियों के लिए प्रोफेशनल शिक्षा देने की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में फीस में भी छूट मिलनी चाहिए। यह जातिगत नहीं होकर आर्थिक आधार होना चाहिए। –सुमनलता व्यास, महिला
जीवन स्तर अच्छा करें
देश व प्रदेश में महिलाओं के जीवन का स्तर उतना बेहतर नहीं है, जितना कि होना चाहिए। इस बजट में खास उपाय किए जाने की जरूरत है। बिना अच्छी शिक्षा के कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता है। –पिंकी सोलंकी, महिला
महंगाई को करें नियंत्रित
बजट में महंगाई को नियंत्रित करने की जरूरत है। खाद्य पदाथों के दाम आसमान छू रहे है। खाद्य पदार्थों के दाम कम होने चाहिए। पेट्रोल व डीजल पर वैट घटना चाहिए, जिससे महंगाई कम हो सके। –पुष्पा कंवर, महिला
महिला उद्यमिता को बढ़ावा मिले
महिलाओं को उद्योग धंधे के लिए बैंक ऋण व विशेष सुविधाएं मिलनी चाहिए। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला बजट होना चाहिए। कुटीर उद्योग धंधे व कृषि के क्षेत्र में महिलाओं को आगे लाने की जरूरत है। –टीना कंवर, महिला
कम होने चाहिए दाम
महिलाओं के लिए विशेष कर आम जरूरत की चीजों के दाम कम होने चाहिए। सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है। खाने का तेल व दाल सहित रसोई में काम आने वाली चीजों के दाम तो कम होने ही चाहिए। –पूजा कुमावत, महिला
मिले पर्याप्त पोषण
बजट में फैमिली प्लानिंग, स्वस्थ मां, गर्भावस्था और बच्चे की डिलीवरी के बाद पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराने की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। –सुनीता पालरिया, महिला
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