यहां बिना स्वीकृति के चल रहा था अस्पताल, चिकित्सा विभाग ने दी दबिश, चिकित्सक ने किया सुसाइड का प्रयास

-सीएमएचओ ने की कार्रवाई-अस्पताल से दवाइयां व उपकरण जब्त

<p>यहां बिना स्वीकृति के चल रहा था अस्पताल, चिकित्सा विभाग ने दी दबिश, चिकित्सक ने किया सुसाइड का प्रयास</p>
पाली/सादड़ी। जिले में लॉक डाउन के दौरान भी फर्जी तरीके से निजी अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। इसका खुलासा सीएमएचओ आरपी मिर्धा की कार्रवाई पर हुआ। सीएमएचओ ने सादड़ी के जूणा भादरास मार्ग पर चल रहे मां आशापुरा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को सील किया। इसकी की दो शाखाएं फालना व सुमेरपुर में भी चल रही थी। वहां भी कार्रवाई की गई।
बड़ी बात यह रही कि यहां कार्य कर रहे डॉ. राजेन्द्र जे पाल से डिग्री व पंजीयन के बारे में पूछने पर वे उसका भी संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। कार्रवाई के दौरान इस चिकित्सक ने सुसाइड की कोशिश भी की। सादड़ी थाने में इसे लेकर मामला दर्ज कराया गया है। इस अस्पताल में लेब व मेडिकल स्टोर भी चल रहा था। उसे भी अस्पताल के दस्तावेज नहीं होने पर सीज कर दिया गया।
कोविड का बताया था मरीज
इस अस्पताल में तीन-चार दिन पहले हीराराम पुत्र नगराज माली को कोविड 19 का संक्रमित बताकर भर्ती किया गया था। जबकि वह सामान्य खांसी, जुकाम व बुखार से पीडि़त था। उसका उपचार करने के बाद उसे रैफर कर दिया गया था। जब यह मरीज बांगड़ अस्पताल गया और पर्चियां बताई तो इस अस्पताल की पोल खुली।
सुमेरपुर के अस्पताल में किया कार्य
डॉ. पाल सुमेरपुर के अस्पताल में कार्य किया था। इसके बाद वहां खुद का अस्पताल खोला। इसके बाद फालना सादड़ी में अस्पताल खोला। कार्रवाई के समय सीएमएचओ ने एमबीबीएस से जुड़े कुछ नाम व स्पेलिंग पूछी तो चिकित्सक पाल उनका भी जवाब नहीं दे सके। इधर, सुमेरपुर में चिकित्सक के अस्पताल में देर रात तक कार्रवाई जारी थी।
लेब व मेडिकल स्टोर भी सीज
इस अस्पताल में लेब व मेडिकल स्टोर भी चल रहा था। उसे भी अस्पताल के दस्तावेज नहीं होने पर सीज कर दिया गया। सीएमएचओ ने सादड़ी के अस्पताल में चिकित्सकों की ओर से लिखित पर्चियों, रिपोर्ट, उपचाराधीन व भर्ती मरीजों की पर्चियां, उपकरण व निजी रक्षक दवाइयां भी जब्त की गई। इस कार्रवाई में डॉ. राजेंद्र राठौड़, सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेन्द्र पुनमिया, डॉ. अविनाश चारण आदि साथ थे।
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