बेरा भादरवा के श्रवणसिंह जैतावत व भेराराम चौहान ने बताया कि बुधवार सुबह वन विभाग की टीम ने कुएं में रस्सा डाला और अंदर देखा तो कोई हलचल नजर नहीं आई। यह कुआं एक सौ तीस फीट तक गहरा है और इसमें 40 फीट तक पानी भरा हुआ है। रेस्क्यू टीम ने बताया कि जब तक कुएं से पूरा पानी बाहर नहीं निकाला जा सकता तब तक तेंदुएं का पता नहीं चल सकता है। इस कारण राजसमंद से आई टीम भी वापस लौट गई। बगड़ी पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल भभुता राम ने एक सिपाही के साथ मौके पर जाकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली। बेरा मालिक कुएं से लगातार पानी खाली करने में जुटे हुए हैं। पानी खाली होने पर ही पता चल पाएगा की तेंदुआ जीवित है या नहीं।
कोशिश जारी है
सुबह छह बजे से हमारी टीम उस कुए से तेंदुए को निकलने का प्रयास करते रहे, लेकिन सफ लता नहीं मिली। हमने हर तरह से कोशिश की। बिलाई भी घुमाई मगर कोई हलचल नहीं हुई। अब कुएं का पानी खाली करने में लगे हुए हैं। इसके लिए हमें सात आठ घंटे बिजली चाहिए। तभी कु एं का पानी खाली हो सकता है। कोशिश जारी है। –मनोहर खान, रेंजर, वन विभाग, सोजत व मारवाड़ जंक्शन
सुबह छह बजे से हमारी टीम उस कुए से तेंदुए को निकलने का प्रयास करते रहे, लेकिन सफ लता नहीं मिली। हमने हर तरह से कोशिश की। बिलाई भी घुमाई मगर कोई हलचल नहीं हुई। अब कुएं का पानी खाली करने में लगे हुए हैं। इसके लिए हमें सात आठ घंटे बिजली चाहिए। तभी कु एं का पानी खाली हो सकता है। कोशिश जारी है। –मनोहर खान, रेंजर, वन विभाग, सोजत व मारवाड़ जंक्शन